श्री बाबाधाम पर फागोत्सव के भजन व होलिका दहन में उमड़ा जन समूह...

भीलवाड़ा -
श्री बाबाधाम के अध्यक्ष विनीत अग्रवाल के सानिध्य में आज फागोत्सव व होलिका दहन मनाया गया आज गुरूवार दिनांक 13.03.2025 को सांयकाल 7.15 आरती के बाद श्री बाबा धाम मन्दिर प्रांगण पर प्रसिद्व गायको के द्वारा मीठे-2 भजनो के साथ फागोत्सव प्रारंभ हुआ।
भजनों के साथ-साथ फूलों व पŸिायों में होली खेली गयी। फागोत्सव महोत्सव पर विशेष राधा-कृष्ण की झॉकी आकर्षण का केन्द्र रही। भक्तों ने भजनों के साथ नाचते हुए राधा-कृष्ण के साथ फूलों की होली खेली। हर भजन एक से बढ़कर एक गाये गये।
श्री बाबा धाम मंदिर में भजनों के साथ-साथ वातावरण भक्तिमय हो गया। भक्तजन हर भजन पर नाचने लग गये, भजनों में प्रमुख आज बिरज में होली रे रसिया ..., रंग मत डाल रे सांवरिया ..., होली में उड़े रे गुलाल ..., झीनी-झीनी उड़े रे गुलाल ..., जब-जब भी आवे फागोत्सव थारे द्वार ... गाये गये भजनों ने आस्था के साथ मग्न हो गये। रात्रि 11 बजे तक भजन गाये गये, होलिका को श्रीफल से भी सजाया गया। उसके बाद होलिका दहन के लिये पूजा, अर्चना, मंत्रोच्चरण और विधि विधान से शुरू हुआ। श्री बाबा धाम मंदिर ट्रस्ट द्वारा बूरी नजर, शरीर के रोग, दोष और अन्य बाधाएं दूर करने के लिये गुगल, कपूर, काले तिल, सरसों आदि का मिश्रण हर भक्त को दिया गया, हर भक्त के सिर के उपर 7 बार वारकर होलिका दहन में डाले। शुभ मुहुर्त पर होलिका दहन किया गया।
पर्यावरण संरक्षण को लेकर जन मानस भी पर्यावरण के प्रति जागरूक हुए है। इसलिये ही जगह-जगह कंडे, बड़बुलिए का प्रचलन भी बढ़ा है। होलिका दहन में कई लाखों-करोड़ों कड़े का उपयोग किया गया।
श्री बाबाधाम पर होलिका दहन के दौरान निकलने वाले धुएं में पर्यावरण स्वच्छ हो और आमजन बीमारियों से बचे हुये है, इसके लिए कई जुड़ी बुटियों के मिश्रण से एक विशेष टिकिया भी प्रयोग में ली गयी, जिससे पर्यावरण शुद्ध रहे। होलिका दहन में कई समाजसेवी, राजनैतिक पदाधिकारी व धर्मप्रेमी उपस्थित थे, सभी ने फागोत्सव में भजनों के साथ-साथ होलिका दहन में पधारकर धर्म का लाभ लिया।