आसींद में णमोत्थुणं का महा मंगलकारी जाप 24 को

आसींद (मंजूर)। आसींद की पावन धरा पर 24 सितंबर बुधवार को प्रातः 8.30 बजे णमोत्थुणं का महा मंगलकारी जाप गुरुणी मैय्या डॉ ज्ञान लताजी म.सा.के 53 वे दीक्षा दिवस पर धैर्य मुनि एवं प्रवर्तिनी डॉ दर्शन लता म.सा.की निश्रा में आयोजित किया जायेगा। धैर्य मुनि ने धर्म सभा में कहा कि कर्म स्वयं के स्वयं को भोगने होते है इसमें कोई छूट नहीं होती है। मौत कभी भी आ सकती है, मौत को किसी भी कीमत पर नहीं रोक सकते है, आयुष्य एक पल भी घटाया या बढ़ाया नहीं जा सकता है। समय प्रति पल चलता रहता है, बीते हुए समय को पुनः प्राप्त नहीं किया जा सकता है। एक मिनट के समय की कीमत उस समय समझ में आती है जब परीक्षार्थी एक मिनट लेट पहुंचता है या ट्रेन , प्लेन एक मिनट पहले चली जाती है। बीमार व्यक्ति को हॉस्पिटल पहुंचने में एक मिनट की देरी हो जाती है और उसकी मौत हो जाती है। इसलिए अपने समय का सदुपयोग करना सीखे। अपना अधिकतम समय प्रभु भक्ति एवं परोपकार में बिताना चाहिए।
24 सितंबर को आयोजित होने वाले णमोत्थुणं के महा मंगलकारी, रिद्धि सिद्धि कारी, सर्व रोगनाशक,अशुभ कर्म विनाशक महा जाप है इस जाप में सभी समाजों के लोग भाग ले सकते है। आयोजन में भाग लेने वाले साधक साधिका को पूर्व में अपना रजिस्ट्रेशन संघ के महामंत्री विनोद खाब्या, आनंद चौधरी के पास करवाना होगा।
साध्वी ऋजु लता ने सुपात्र दान के महत्व को बताते हुए कहा कि जीवन में दान को कभी नहीं भूलना चाहिए, सुपात्र दान एक ऐसा दान है जिसके शुद्ध भाव भक्ति से देने से अनंत पुण्य कर्म का बंध हो जाता है। युवा श्रावक पंकज चौधरी ने 9 उपवास के प्रत्याख्यान लिए है। संघ ने तपस्वी भाई का शाल और माला से स्वागत किया।
