मोड़ का निंबाहेड़ा में राणा पूंजा सर्कल की जमीन के अवैध पट्टे बनाने वालों ने आदिवासी महापुरुषों का किया अपमान

मोड़ का निंबाहेड़ा मंगलवार को भारत आदिवासी पार्टी के डूंगरपुर बांसवाड़ा लोकसभा क्षेत्र के सांसद राजकुमार रोत एवं धरियावद विधायक था थावरचंद डामोर आसींद क्षेत्र के मोड़ का निंबाड़ा कस्बे में पहुंचे ।
यहां पर हाईवे स्थित राणा पूंजा सर्किल पर ढोल नगाड़ों के साथ पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया गया , स्थानीय ग्राम पंचायत द्वारा सरकारी जमीन एवं राणा पूंजा खेल मैदान की जमीन के अवैध पट्टे को खारिज करवाने एवं पंचायत के कार्य की जांच की मांग को लेकर राजकुमार रोत को प्रार्थना पत्र दिया । वहीं यहां आयोजित सभा को संबोधित करते हुए रोत कहा कि बांसवाड़ा वह डूंगरपुर की जनता ने मुझे पूरे देश के आदिवासी पिछड़े अल्पसंख्यक की सेवा करने का मौका दिया है । हमारी पार्टी राजनीति के अलावा सामाजिक मुद्दों को भी लेकर भी चलती है । मेरे साथ लोकसभा में चंद्रशेखर रावण, हनुमान बेनीवाल ,असदुद्दीन ओवैसी हमेशा पिछड़ों दलितों की आवाज उठाते हैं , लेकिन सरकार हमारे पर झूठे आरोप लगाती हैं क्योंकि देश का सारा तंत्र भाजपा के हाथों में है वही राजस्थान में लगातार दलित अत्याचार की घटनाएं बढ़ रही है बांसवाड़ा की घटना ने हमें झकझोर कर रख दिया है, यहां दलित आदिवासी समाज पर अत्याचार होने पर पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है वहीं भारत आदिवासी पार्टी का सिद्धांत मानवतावादी व प्रकृति वादी विचारधारा है , राजनीति और समाज मेंसे किसी एक को चुनना है तो हम सभी को सबसे पहले समाज के साथ खड़े होना चाहिए ।
वहीं मोड़ का निंबाहेड़ा कस्बे में स्थानीय ग्राम पंचायत द्वारा सरकारी जमीन एवं राणा पूजा सर्कल की जमीन के अवैध पट्टे बनाकर जमीन को खुर्दबुर्द करने के मामले में बोलते हुए राजकुमार रोत ने कहा कि मुझे यह संज्ञान में आया है जल्दी में यहां पर बोले यहां राणा पूंजा की जमीन को कुछ लोगों ने अवैध पट्टे बनाकर बेच दिया है , ऐसे लोगों ने महाराणा प्रताप के साथ कंधे से कंधा मिलने वाले राणा पूंजा का अपमान किया है बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर सहित आदिवासी महापुरुषों का अपमान किया है ।
मैं मजबूती के साथ आप लोगों के साथ खड़ा हुआ हु। इस जमीन का जल्द ही नया और पुराना रिकॉर्ड चेक करवा कर इस जमीन पर जल्द ही राणा पूंजा भील का सर्कल बनाया जाएगा ।
इस मौके पर विधायक थावरचंद डामोर , उदयलाल खटीक ,देवीलाल मेघवंशी ,जगदीश भील ,संदीप खटीक ,सत्यनारायण खटीक, निर्मल मेघवंशी ,धनराज मेघवंशी, दाऊद शेख, लक्ष्मण भील ,बालू मेघवंशी ,विकास भील, गोपाल खटीक ,प्रकाश मेघवंशी ,भेरू मेघवंशी ,रवि भील सहित दलित एवं आदिवासी समाज के सैकड़ों लोग मौजूद रहे ।
