31 अगस्त 2025 तक एनएफएसए लाभ का त्याग नहीं करने वाले अपात्र लाभार्थियों के विरूद्ध होगी कार्यवाही

भीलवाडा, । मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के मार्गदर्शन में राज्य सरकार समाज की अन्तिम पंक्ति में खड़े लोगों को सरकारी योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी भावना के अनुरूप खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा के निर्देश पर 03 दिसम्बर 2024 को पूरे प्रदेश में महत्वाकांक्षी गिवअप अभियान की शुरूआत हुई जिसका व्यापक असर पूरे प्रदेश में हुआ एवं अब तक भीलवाड़ा जिले में 77194 लोगों ने गिवअप योजना के लाभ का त्याग किया।

जिला रसद अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री महोदय की 2014 की गैस सब्सिडी गिवअप योजना की तर्ज पर माननीय खाद्य एव नागरिक आपूर्ति मंत्री ने एनएफएसए योजना का आगाज किया जिसके तहत अपात्र लाभार्थियों जो (1) परिवार जिसमें कोई आयकरदाता हो. (2) परिवार जिसका कोई सदस्य सरकारी/अर्थ सरकारी / स्वायत्तशासी संस्थाओं में कर्मचारी / अधिकारी हो. (3) एक लाख से अधिक वार्षिक पारिवारिक आय हो एवं (4) परिवार में किसी सदस्य के पास चार पहिया वाहन हो (ट्रेक्टर आदि जीविकोपार्जन में प्रयुक्त वाहन को छोड़कर) निष्कासन सूची में आते हैं से अपील की है कि वे स्वेच्छा से जनहित में एनएफएसए योजना के लाभ का त्याग करें। उसके बाद अपात्र पाये जाने पर नियमानुसार 27/- रूपये प्रति किलोग्राम से उनसे खाद्यान्न की वसूली की जायेगी एवं विधिक कार्यवाही की जायेगी।

पूर्व में यह योजना 30 जून 2025 तक लागू थी किन्तु सरकार ने इसकी अन्तिम तिथि बढ़ाकर 31 अगस्त 2025 कर दी है। सरकार की मंशा साफ है कि एनएफएसए योजना में शामिल अपात्र व्यक्तियों को योजना से हटाकर एनएफएसए योजना के लाभ से वंचित गरीब परिवारों को एनएफएसए योजना में शामिल कर उन्हें संबल बनाया जाये। गिवअप योजना के तहत पूरे प्रदेश में 22.46 लाख व्यक्तियों ने एनएफएसए सूचियों से अपना नाम हटा लिया है। जिले में 77194 व्यक्तियों ने गिव अप किया है जिससे हर माह 3.85,970 किलोग्राम गेहूँ एवं करीबन 1.04 करोड़ रूपये की सब्सिडी की प्रतिमाह बचत होगी। साथ ही रसोई गैस सब्सिडी, मुख्यमंत्री आयुष्मान योजना तथा दुर्घटना सुरक्षा योजना के तहत सब्सिडी की भी बचत होगी।

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