ग्रामीण कृषि कार्यानुभव द्वारा कृषि तकनीकीयों से रूबरू हुए कृषि छात्र

भीलवाड़ा कृषि विज्ञान केन्द्र गाँधीनगर भीलवाड़ा पर ग्रामीण कृषि कार्यानुभव के तहत् संगम विश्वविद्यालय भीलवाड़ा के छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण 70 दिन तक चला। केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. सी. एम. यादव ने बताया कि ग्रामीण कृषि कार्यानुभव के अन्तर्गत छात्र-छात्राओं को ग्रामीण परिस्थितियों में किसानों द्वारा अपनाई गई कृषि प्रौद्योगिकियों एवं उनकी समस्याओं से रूबरू होने का मौका मिला साथ ही किसानों की कृषि समस्याओं के समाधान के अवसर भी प्राप्त हुए। डॉ. यादव ने बताया कि छात्र-छात्राओं ने गाँव के किसानों से सम्पर्क कर भूमि की स्थिति, मृदा एवं जल परीक्षण, मृदा स्वास्थ्य कार्ड की उपयोगिता, जलवायु, कृषि परिस्थिति, सिंचाईं के साधन, कृषि प्रणाली, फसल विविधिकरण, फसलों में कीट एवं रोग, शस्य प्रबन्धन, प्राकृतिक खेती, ड्रॉन तकनीकी, खेत की जुताई से कटाई तक का प्रबन्धन, भण्ड़ारण, विपणन, लाभप्रद कृषि व्यवसाय जैसे पशुपालन, मुर्गीपालन, बकरीपालन, प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन, कृषि बाजार प्रणाली कृषि योजनाओं आदि का किसानों से बातचीत के आधार पर ब्यौरा तैयार किया। रावे प्रभारी अनिता यादव ने बताया कि प्रत्येक छात्र-छात्रा द्वारा एक-एक कृषक परिवार के खेत पर कार्यानुभव लिया गया साथ ही किसान की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति के बारे में आँकडे तैयार किए तथा खरीफ एवं रबी सीजन में बोई जाने वाली फसलों की उन्नत किस्में, खपतवार प्रबन्धन, सिंचाई एवं जल प्रबन्धन, पशुओं में नस्ल सुधार के साथ-साथ पशुधन सम्बन्धित आँकड़ों का संकलन किया गया।