मालोला पंचायत में फर्जी पट्टों का आरोप, सरपंच और उपसरपंच पक्ष आमने-सामने, जांच के बाद ही सच होगा साफ

भीलवाड़ा जिले की मालोला पंचायत में फर्जी पट्टे जारी करने को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। पंचायत के प्रशासक और सरपंच कालूराम बलाई ने अपनी मां सहित कई लोगों के नाम पर दर्जनों फर्जी पट्टे बनाए जाने की शिकायत जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को दी है। उन्होंने उपसरपंच के बेटे गोपाल गुर्जर पर फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए एसपी को पत्र भेजकर सुरक्षा दिलाने और पिस्टल लाइसेंस जारी करने की मांग भी की है।
सरपंच कालूराम बलाई का आरोप है कि गोपाल गुर्जर खुद को सरपंच बताता है और पिछले पांच वर्षों में कई बार दबाव बनाकर उनसे फर्जी पट्टों पर हस्ताक्षर करवाए। उनका कहना है कि डुप्लीकेट मोहर का उपयोग कर ग्राम पंचायत की जमीन के फर्जी पट्टे बनाकर लोगों को बेच दिए गए और अवैध रूप से फायदा उठाया गया। आरोप यह भी है कि पंचायत की सिम कार्ड गोपाल ने अपने कब्जे में ले ली और ओटीपी का उपयोग कर अवैध कार्य करता रहा।उन्होंने अपनी मां देऊबाई बलाई और एक अन्य महिला के नाम जारी 20 दिसंबर 2011 के पट्टों को भी फर्जी बताते हुए जांच की मांग की है। सामुदायिक भवन पर कब्जे का आरोप भी पत्र में शामिल है।

दूसरी ओर, हाल ही में वार्ड पंचों ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर दावा किया कि गोपाल गुर्जर पर लगाए जा रहे आरोप झूठे हैं और संबंधित पट्टे सरपंच के ही हस्ताक्षरों से जारी हुए थे।अब पूरा मामला प्रशासनिक जांच के अधीन है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही फर्जी पट्टों, हस्ताक्षरों और जमीन से जुड़े आरोपों की वास्तविक स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
