शक्करगढ़ में अमराव महाराज निर्वाण महोत्सव, हनुमत धाम से 2100 कलशों की निकाली शोभायात्रा

शक्करगढ़ शक्करगढ़ के संकट हरण हनुमत धाम एवं संकटमोचन आदर्श गोशाला में परमहंस संत ब्रह्मलीन अमराव महाराज निरंजनी का प्रथम निर्वाण महोत्सव 25 नवंबर को विधिवत रूप से शुरू हो गया। नौ दिवसीय यह आयोजन 3 दिसंबर तक चलेगा।
महोत्सव का शुभारंभ सुबह 11 बजे हनुमत धाम से निकली शोभायात्रा के साथ हुआ। इसमें 2100 कलश लेकर महिलाएं शामिल हुईं। शोभायात्रा ने नगर भ्रमण किया और गोशाला परिसर पहुंची, जहां दीप प्रज्वलन के साथ कथा का शुभारंभकिया गया।
यह आयोजन महामंडलेश्वर जगदीश पुरी महाराज के सानिध्य में हो रहा है। आश्रम के मीडिया प्रभारी सुरेंद्र जोशी ने बताया कि भागवत कथा प्रतिदिन सुबह 11:30 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक होगी, जिसके बाद प्रवचन सत्र 3:30 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगा। कथा का वाचन स्वामी जगदीश पुरी महाराज करेंगे। इस कथा में 51 यजमान परिवार सहभागी बने हैं।
महोत्सव के दौरान कई प्रतिष्ठित संत-साधु उपस्थित रहेंगे। इनमें निर्वाण पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर विशोकानंद भारती महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी आनंद चैतन्य सरस्वती, स्वामी प्रणव चैतन्य पुरी, अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय पीठाधीश्वर स्वामी रामदयाल महाराज, स्वामी अर्जुन राम, स्वामी अनंत देवगिरी, सोहम चैतन्य पुरी, विद्यानंद सरस्वती, आशुतोषानंद गिरी, दादू पंथ पीठाधीश्वर स्वामी ओमप्रकाश दास, स्वामी विजयानंद पुरी, स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरी, स्वामी दिव्यानंद पुरी, महंत सत्यानंद गिरी और स्वामी शेषानंद शामिल हैं।
शोभायात्रा के दौरान श्रद्धालुओं में उत्साह देखा गया। महिलाओं, बच्चों और अन्य भक्तों ने जगह-जगह कलश एवं पुष्प वर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया। ढोल-नगाड़ों, शंखध्वनि और जयकारों के बीच बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।
