राजस्थान में 'एनीमिया मुक्त' अभियान 5 को,भारत विकास परिषद ने मांगी स्कूलों से छात्राओं की संख्या

भीलवाड़ा । भारत विकास परिषद, राजस्थान मध्य प्रांत, 5 अगस्त को अपने महत्वाकांक्षी 'स्वास्थ्य पहल एनीमिया मुक्त राजस्थान' कार्यक्रम की शुरुआत करने जा रहा है। यह उत्तर पश्चिम क्षेत्र का एक पायलट प्रोजेक्ट है, जिसका उद्देश्य प्रदेश को एनीमिया मुक्त बनाना है। इस कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करने के लिए, परिषद ने सभी शाखा अध्यक्षों, सचिवों, कोषाध्यक्षों, संयोजकों और महिला सहभागिता संयोजकों से चयनित विद्यालयों में छात्राओं की संख्या अविलंब उपलब्ध कराने का आग्रह किया है।

प्रांतीय महासचिव, आनंद सिंह राठौड़ ने एक संदेश जारी कर बताया कि इस कार्यक्रम की सफलता चिकित्सा विभाग के सहयोग पर निर्भर करती है। उन्होंने शाखा पदाधिकारियों से अनुरोध किया कि वे जल्द ही चयनित विद्यालयों के नाम और उनमें छात्राओं की संख्या की सूची प्रांत को भेजें। राठौड़ ने समझाया की सूचना प्राप्त होने पर ही प्रांतीय पदाधिकारी संबंधित मुख्य चिकित्सा अधिकारी से संपर्क कर उन विद्यालयों में लैब टेक्नीशियन, नर्सिंग स्टाफ और हीमोग्लोबिनोमीटर (कार्टेज सहित) की व्यवस्था का आग्रह कर पाएंगे।" उन्होंने यह भी बताया कि चिकित्सा विभाग को इन व्यवस्थाओं में कुछ समय लग सकता है, इसलिए तत्काल जानकारी की आवश्यकता है। यह पहल राजस्थान में एनीमिया की रोकथाम और जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। भारत विकास परिषद की यह उम्मीद है कि सभी शाखाओं के सहयोग से यह कार्यक्रम सफल होगा और राजस्थान को एनीमिया मुक्त बनाने में मदद मिलेगी।

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