बारिश में पशुओं की बीमारियों से निपटने के लिए पशुपालन विभाग तैयार - डॉ. गौड़
भीलवाड़ा (प्रहलाद तेली)। राजस्थान सरकार ने बारिश के मौसम में पशुओं में होने वाली बीमारियों को लेकर अलर्ट जारी किया है। सरकार के निर्देशानुसार, भीलवाड़ा जिले का पूरा प्रशासन पशुधन की सुरक्षा के लिए तैयार है।
वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. तरुण गौड़ ने पशुपालकों को इस मौसम में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। डॉ. गौड़ ने कहा कि पशुपालक अपने पशुओं के रखने के स्थान यानी बाड़ों का विशेष ध्यान रखें। यह सुनिश्चित करें कि पशुओं के आने-जाने का मार्ग सुरक्षित हो और बाड़ों की छतें मजबूत हों ताकि बारिश में किसी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि पशुओं को गीले स्थानों से दूर रखें, क्योंकि नमी के कारण बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
इस मौसम में पशुओं में मुख्य रूप से गलघोंटू, खुरपका-मुंहपका (एफएमडी) और लंगड़ी बुखार जैसी बीमारियों का खतरा अधिक रहता है। ये बीमारियां पशुओं के स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती हैं और दूध उत्पादन में भी कमी ला सकती हैं। इसके अलावा, पशुओं को दस्त, थनैला और परजीवी संक्रमण भी हो सकते हैं, जो उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं।
डॉ. गौड़ ने बताया कि इन बीमारियों से पशुओं को बचाने के लिए पशु चिकित्सालयों में पिछले दो महीनों से टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। गलघोंटू और खुरपका-मुंहपका जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण सबसे प्रभावी तरीका है। उन्होंने पशुपालकों से अपील की कि जिन पशुओं का टीकाकरण अभी तक नहीं हुआ है, उन्हें तुरंत अपने नजदीकी पशु चिकित्सालय में ले जाकर टीका लगवाएं।
डॉ. गौड़ ने यह भी जानकारी दी कि जिले के सभी पशु चिकित्सालयों में आवश्यक दवाइयां उपलब्ध हैं। यदि किसी पशुपालक को अपने पशुओं में किसी भी प्रकार की बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं, तो वे तुरंत अपने नजदीकी पशु चिकित्सालय में संपर्क करें। पशु चिकित्सालयों में प्रशिक्षित चिकित्सक मौजूद हैं जो पशुओं की जांच कर उचित उपचार प्रदान करेंगे। उन्होंने पशुपालकों को सलाह दी कि वे अपने पशुओं को स्वच्छ और पौष्टिक आहार दें। बारिश के मौसम में दूषित पानी और चारे से बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए पशुओं को साफ पानी और ताजा चारा खिलाएं। इसके अलावा, पशुओं को नियमित रूप से कृमिनाशक दवाएं भी दें ताकि वे परजीवी संक्रमण से सुरक्षित रहें।
भीलवाड़ा प्रशासन पशुधन की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और पशुपालकों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए तत्पर है। पशुपालकों से अनुरोध है कि वे बारिश के मौसम में अपने पशुओं का विशेष ध्यान रखें और किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तुरंत पशु चिकित्सालय में संपर्क करें।
