भारत विकास परिषद का "दिव्यांग मुक्त" राजस्थान का सपना: 51 शिविरों का कीर्तिमान

भीलवाड़ा। भारत विकास परिषद, राजस्थान मध्य प्रांत, बीते 34 वर्षों से दिव्यांगों के जीवन में आशा की नई किरण जगाने का कार्य कर रहा है। इसी कड़ी में, प्रांत के संरक्षक और इन दिव्यांग शिविरों के सबसे बड़े भामाशाह, रामेश्वर काबरा ने अपनी पूज्य माताजी, बड़े भाई और पुत्र की स्मृति में अब तक 51 दिव्यांग शिविरों का सफल आयोजन कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यह न केवल प्रांत के लिए गौरव का विषय है, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए एक प्रेरणा है। परिषद द्वारा आयोजित इन शिविरों में दुर्घटना में अपने अंग गंवा चुके व्यक्तियों को कृत्रिम हाथ, पैर, कैलिपर्स, बैसाखी और श्रवण यंत्र जैसी आवश्यक सामग्री निशुल्क प्रदान की जाती है। जहां सरकारी सहायता अपर्याप्त साबित होती है, वहीं भारत विकास परिषद उन दिव्यांगजनों को सहारा देती है जो जीवन की राह में थम से गए थे। प्रांतीय संयोजक (निशक्तजन एवं वनवासी सहायता) संजय बम्ब ने बताया, "जो रेंगते हुए आते हैं, उन्हें खड़ा करने का काम भारत विकास परिषद के अलावा और कोई नहीं करता है।" काबरा का मुख्य ध्येय राजस्थान मध्य प्रांत के सभी चार जिलों को दिव्यांगता से मुक्त करना है। इन शिविरों में होने वाला कृत्रिम अंगों का पूरा खर्च उन्हीं के द्वारा वहन किया जाता है, जिससे परिषद की शाखाओं पर केवल व्यवस्थाओं का भार रह जाता है। सत्र 2024-25 में भी छह दिव्यांग शिविर सफलतापूर्वक आयोजित किए गए, जिनसे 1635 दिव्यांग बंधु लाभान्वित हुए। दिव्यांगजनों के चेहरों पर आने वाली खुशी और उनके द्वारा दी जाने वाली दुआएं ही परिषद के स्वयंसेवकों की सबसे बड़ी पूंजी है। यह भी एक सुखद संयोग है कि भारत विकास परिषद के इस पुनीत कार्य में श्री महावीर विकलांग सहायता समिति, कोटा, जयपुर और उदयपुर की टीमें भी कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। ये टीमें हाथों-हाथ नाप लेकर कृत्रिम अंगों का निर्माण कर रही हैं, जिससे जरूरतमंदों को तत्काल सहायता मिल पा रही है। शाखाओं को केवल इन टीमों के रहने-खाने की व्यवस्था करनी होती है। प्रांतीय संयोजक संजय बम्ब ने सभी शाखा अध्यक्षों, सचिवों, वित्त सचिवों और प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्यों से निवेदन किया है कि वे अपनी-अपनी शाखाओं में ऐसे दिव्यांग शिविरों का आयोजन अवश्य करें। सेवा और संस्कार की पहचान बन चुकी भारत विकास परिषद का यह अनूठा कार्य निश्चित रूप से आगे भी जारी रहेगा। आगामी दिव्यांग सहायतार्थ शिविर 21-22 जुलाई: श्री नाथ जी शाखा, नाथद्वारा में लगेगा।