भीलवाड़ा बन रहा है गांजा तस्करी का नया अड्डा, ओडिशा से लेकर राजस्थान तक फैला नेटवर्क

भीलवाड़ा बन रहा है गांजा तस्करी का नया अड्डा, ओडिशा से लेकर राजस्थान तक फैला नेटवर्क
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भीलवाड़ा/चित्तौड़गढ़। कभी उद्योग नगरी के नाम से जानी जाने वाली भीलवाड़ा अब नशे के कारोबार का नया गढ़ बनती जा रही है। पुलिस की हालिया कार्रवाईयों ने इस गहरे रैकेट का पर्दाफाश कर दिया है, जिसके तार ओडिशा के विशाखापट्टनम से लेकर चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा तक फैले हुए हैं। हालात इतने गंभीर हैं कि अब यह इलाका गांजा तस्करी का केंद्र बिंदु बन चुका है।

भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जिले की गंगरार थाना पुलिस ने बीते महीनों में गांजे की तीन बड़ी खेप पकड़ी थीं, जिससे स्पष्ट हो गया कि दोनों जिलों का सीधा संपर्क ओडिशा के नेटवर्क से है। पुलिस जांच में सामने आया है कि विशाखापट्टनम गांजा सप्लाई का मुख्य अड्डा है, जहां से खेप ट्रक और लग्जरी गाड़ियों में भरकर राजस्थान लाई जाती है। यहां से यह माल विभिन्न जिलों में भेजा जाता है।

22 जनवरी को गंगरार थाना पुलिस ने गुजरात पासिंग नंबर की एक लग्जरी कार से 406 किलो गांजा पकड़ा था — यह प्रदेश में पकड़ी गई सबसे बड़ी खेपों में से एक थी। इसके बाद 19 अक्टूबर को उदयपुर पासिंग ट्रक से 197 किलो 65 ग्राम गांजा बरामद हुआ। दोनों मामलों में पुलिस ने चार तस्करों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने पूछताछ में स्वीकार किया कि यह खेप विशाखापट्टनम से लाई गई थी।

थाना प्रभारी दुर्गाप्रसाद दाधीच ने बताया कि अब गांजा तस्करी पर विशेष निगरानी रखी जा रही है और मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया है ताकि इस नेटवर्क को जड़ से खत्म किया जा सके।

इस बीच, भीलवाड़ा पुलिस ने भी गांजा तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता हासिल की है। हनुमान नगर थाना पुलिस ने 978.6 किलो अवैध गांजा बरामद किया है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 4 करोड़ 89 लाख रुपये आंकी गई है।

थाना प्रभारी शंकर सिंह को सूचना मिली थी कि कोटा की ओर से एक कंटेनर अवैध मादक पदार्थ लेकर आ रहा है। सूचना पर जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह के निर्देश, एएसपी शाहपुरा राजेश आर्य और डीएसपी जहाजपुर नरेन्द्र पारीक के सुपरविजन में बालाजी तिराहा, एनएच-52 पर नाकाबंदी की गई। पुलिस ने कंटेनर की तलाशी ली तो उसमें से गांजे के 978.6 किलो पैकेट बरामद किए गए।

पुलिस ने इस मामले में जयपुर निवासी शाहरुख मोहम्मद (22) और सचिन गुर्जर (19) को गिरफ्तार किया है। दोनों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह खेप विशाखापट्टनम से ही लाई जा रही थी। पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

उधर, शहर के कांवाखेड़ा, सांगानेरी गेट, भवानी नगर और बिलिया क्षेत्र में गांजे की खुलेआम खरीद-फरोख्त की चर्चाएं हैं। खासकर भवानी नगर को इस धंधे का “मुख्य अड्डा” माना जा रहा है, जहां रात ढलते ही नशे का कारोबार तेजी पकड़ लेता है।

स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों का कहना है कि अगर प्रशासन ने इस पर सख्ती नहीं बरती तो भीलवाड़ा जल्द ही नशे की राजधानी बन जाएगा। उन्होंने मांग की है कि शहर में विशेष अभियान चलाकर गांजा तस्करी में लिप्त गिरोहों और उनके संरक्षणकर्ताओं पर कठोर कार्रवाई की जाए।

पहले भी पकड़ी बड़ी खेफ, भीलवाड़ा के दो तस्कर भी हुए गिरफ्तार

भीलवाड़ा, आंध्र प्रदेश से राजस्थान में गांजा तस्करी का बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। चित्तौड़गढ़ एसपी राजन दुष्यंत ने बताया कि सीआईडी क्राइम ब्रांच ( Crime Branch ) की सूचना पर कपासन थाना क्षेत्र में भादसोड़ा मार्ग पर नाकेबंदी के दौरान एक कंटेनर को रुकवा कर उसकी गहन तलाशी ली गई। इस दौरान वेस्ट बोतल भंगार के बीच छुपा कर रखे गए 364 प्लास्टिक के पैकेट मिले। इनमें 1205.600 किलोग्राम गांजा भरा हुआ था।





चित्तौड़गढ़ पुलिस ने भीलवाड़ा जिले के राजू पुरी गोस्वामी और प्रहलाद सोनी के साथ जालौर जिले ( Jalore News ) के जितेंद्र पुरोहित को गिरफ्तार किया। पुलिस पूछताछ में इन तस्करों ने बताया कि यह गांजा विशाखापट्टनम से भीलवाड़ा ला रहे थे। फिर यह गांजा राजस्थान और हरियाणा के विभिन्न शहरों में सप्लाई किया जाना था। भीलवाड़ा के इन दोनों तस्करों के खिलाफ पहले भी गांजा तस्करी का मामला पुलिस में दर्ज है। पिछले 2 महीने से ये क्राइम ब्रांच के रडार पर थे। यह तस्कर विशाखापट्टनम से लौटते समय कंटेनर में गांजे की तस्करी करते हैं। आंध्र प्रदेश और उड़ीसा के सीमावर्ती क्षेत्रों में नक्सल प्रभावित वाले दुर्गम क्षेत्रों में गांजे की अवैध खेती की जाती है। वहां से ये तस्करी कर गांजा भीलवाड़ा लाकर सप्लाई करते हैं।

ये कारवाही भी

जनवरी 2023 को एमपी की रीवा पुलिस ने उड़ीसा से लग्जरी कार में लाखों रुपए का गांजा खपाने वाले दो तस्करों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों ने उड़ीसा से छत्तीसगढ़ होते हुए मध्य प्रदेश में लाखों रुपए का गांजा लाया हुआ था। पुलिस ने आरोपियों से करीब 12 लाख रुपए का गांजा जब्त किया था।



21 फरवरी 2023 को राजस्थान की सीआईडी और क्राइम ब्रांच की टीम ने झालावाड़ जिले में एमपी बॉर्डर से लग थाना भालता क्षेत्र में कार्रवाई कर नशे की खेप पकड़ी। टीम ने 10 चक्का ट्रक में ओडिशा के नक्सली क्षेत्र से तस्करी कर भीलवाड़ा लाया जा रहा 105 किलो गांजा बरामद कर दो तस्करों को गिरफ्तार किया। जब्त किए गए मादक पदार्थ की कीमत 10 लाख बताई जा रही है।

मध्यप्रदेश पुलिस ने जून 2023 में फॉर्च्यूनर कार से 90 लाख का गांजा जब्त किया था। गांजा को उड़ीसा से नागपुर के रास्ते राजस्थान ले जा रहे थे तभी नरसिंहपुर पुलिस ने गांजा जब्त किया था। हालांकि आरोपी जरूर फरार हो गए थे। पुलिस ने नेशनल हाईवे पर कार को रोककर लाखों रुपए का गांजा जब्त किया था।



अगस्त 2023 में छत्तीसगढ़ पुलिस ने ओडिशा से एमपी तरफ जा रहें गांजा ला रहे दो तस्करों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने लग्जरी कार सहित तस्करों से डेढ़ सौ किलो गांजा जप्त किया था। आरोपी गांजा को ओडिशा से लाकर छत्तीसगढ़ होते हुए मध्यप्रदेश तरफ आ रहे थे उसी दौरान छत्तीसगढ़ पुलिस ने उन्हें पकड़ा था।

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