सीकर पुलिस का शानदार ऑपरेशन, भीलवाड़ा से अफीम सप्लायर कुशराज राजौरा दबोचा

सीकर   पुलिस का शानदार ऑपरेशन, भीलवाड़ा से अफीम सप्लायर कुशराज राजौरा दबोचा
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भीलवाड़ा / सीकर की कोतवाली थाना पुलिस ने नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है। एनडीपीएस एक्ट के तहत फरार चल रहे अफीम सप्लायर कुशराज राजौरा (22) को भीलवाड़ा में दबिश देकर गिरफ्तार किया गया। खुफिया जानकारी के आधार पर पुलिस ने उसे उसके परिचित से मिलने के दौरान पकड़ा, और अब इस कार्रवाई की तस्वीर सामने आई है, जिसमें कुशराज पुलिस हिरासत में नजर आ रहा है। इससे पहले एक अन्य तस्कर पहले ही हिरासत में लिया जा चुका है।

कार्रवाई की कहानी:

थानाधिकारी सुनील कुमार जांगिड़ के नेतृत्व में पुलिस ने 22 जुलाई को सीकर सदर थाना और डीएसटी टीम के साथ संयुक्त अभियान चलाया था। इस दौरान सेवा गांव के पास तस्कर मनोज कुमार को फॉर्च्यूनर गाड़ी से गिरफ्तार किया गया, जिसके पास 3.770 किलोग्राम अफीम और करीब डेढ़ लाख रुपये बरामद हुए। हालांकि, मनोज का साथी हरि अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया था। जांच में सामने आया कि दोनों ने भीलवाड़ा में किराए के मकान में रहने वाले कुशराज सिंह राजौरा से अफीम खरीदी थी, जिसे शेखावटी क्षेत्र में बेचने की योजना थी।

दबिश और गिरफ्तारी:

कुशराज के फरार होने के बाद पुलिस ने उसके किराए के मकान पर छापा मारा, लेकिन वह वहाँ नहीं मिला। बाद में सूचना मिली कि वह अपने किसी परिचित से मिलने के लिए भीलवाड़ा पहुँचा है। त्वरित कार्रवाई करते हुए कोतवाली पुलिस ने दबिश दी और कुशराज को दबोच लिया। इस ऑपरेशन में हेड कांस्टेबल नरेश कुमार, कांस्टेबल अशोक और दिनेश की महत्वपूर्ण भूमिका रही। तस्वीर में कुशराज को लाल टी-शर्ट में पुलिसकर्मियों के बीच बैठे हुए देखा जा सकता है, जो इस कार्रवाई की गंभीरता को दर्शाता है।

जांच और भविष्य की रणनीति:

थानाधिकारी जांगिड़ ने बताया कि मनोज की गिरफ्तारी के बाद एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। अब कुशराज की गिरफ्तारी के बाद पुलिस तस्करी के पूरे नेटवर्क का पता लगाने में जुट गई है। यह कार्रवाई नशे के खिलाफ चल रहे अभियान में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।

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