भाविप देश में एक लाख बालिकाओं की एनीमिया जांच करेगी, महिलाओं को बनाएगी आत्मनिर्भर



भीलवाड़ा, । भारत विकास परिषद (भाविप) भीलवाड़ा ने बालिकाओं में एनीमिया से लड़ने और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक महत्वाकांक्षी और प्रभावशाली पहल शुरू की है। हाल ही में हुई एक बैठक में, भाविप की सातों शाखाओं की क्षेत्रीय सहभागिता प्रमुख डॉ. आशा मेहता ने 5 अगस्त को शक्ति दिवस के अवसर पर देश भर में एक लाख बालिकाओं की एनीमिया जांच करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान की घोषणा की। यह महत्वपूर्ण कार्य परिषद द्वारा पहली बार इतने बड़े पैमाने पर किया जा रहा है।

डॉ. मेहता ने समाज में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया और परिषद की सभी महिला सदस्यों से अपनी "आभा" बढ़ाने और इन पहलों में सक्रिय रूप से योगदान करने का आग्रह किया। बैठक के दौरान, उन्होंने सुसंस्कारित परिवारों और कुटुंब प्रबंधन के महत्व पर भी विस्तार से चर्चा की, जिसमें रानी दुर्गावती और झांसी की रानी लक्ष्मीबाई जैसे ऐतिहासिक शख्सियतों के प्रेरक उदाहरण दिए गए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सभी सदस्यों को मिलकर प्रयास करने होंगे, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपने समुदायों में सार्थक योगदान दे सकें। उन्होंने कहा कि इस सशक्तिकरण का एक प्रमुख पहलू "बाल संस्कार शिविर" (बच्चों के सांस्कृतिक शिविर) का आयोजन करना होगा, ताकि बच्चों में कम उम्र से ही मजबूत मूल्यों का संचार किया जा सके। एनीमिया जांच अभियान के अलावा, बैठक में कई अन्य महत्वपूर्ण सामुदायिक कल्याण कार्यक्रमों पर भी चर्चा हुई। परिषद द्वारा आयोजित किए जाने वाले एक आगामी अस्थि रोग चिकित्सा शिविर पर चर्चा की गई, जिसका उद्देश्य हड्डी संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों को आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान करना है। भाविप की विवेकानंद शाखा ने भी 3 अगस्त को चंवलेश्वर महादेव में अपने पारिवारिक वन भ्रमण कार्यक्रम की घोषणा की। इस भ्रमण का उद्देश्य सदस्यों के बीच पारिवारिक बंधन और प्रकृति के प्रति प्रेम को बढ़ावा देना है। स्वास्थ्य सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए, परिषद ने अपनी फिजियोथेरेपी क्लिनिक में दी जाने वाली सेवाओं को बढ़ाने पर भी विचार-विमर्श किया। इन सेवाओं की गुणवत्ता और पहुंच में सुधार के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की व्यवस्था करने की योजनाएं शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, उनकी नियमित एक्यूप्रेशर सेवा के लाभों को अधिकतम करने पर भी जोर दिया गया, जिसका लक्ष्य अधिक से अधिक रोगियों को राहत पहुंचाना है। ये व्यापक पहल भीलवाड़ा में समग्र सामुदायिक विकास के प्रति भारत विकास परिषद के समर्पण को उजागर करती हैं, जो स्वास्थ्य, शिक्षा, सांस्कृतिक मूल्यों और महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से, भाविप का लक्ष्य एक स्वस्थ, अधिक आत्मनिर्भर और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध समाज का निर्माण करना है। बैठक में गोविंद प्रसाद सोडाणी, रामेश्वर प्रसाद काबरा, रजनीकांत आचार्य के अलावा मातृशक्ति मौजूद रही।

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