बच्चों ने सीखी पारंपरिक मृणकला, दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

भीलवाड़ा। इस गणेश चतुर्थी पर भीलवाड़ा शहर में एक अनूठी और प्रेरणादायक पहल देखने को मिली, जब दीपिका आर्ट अकादमी एवं नवदीप के संयुक्त तत्वावधान में बच्चों के लिए मिट्टी से गणेश प्रतिमा निर्माण कार्यशाला आयोजित की गई। इस रचनात्मक कार्यशाला में बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी कल्पनाशीलता को मूर्त रूप देते हुए गणेश भगवान की सुंदर-सुंदर प्रतिमाएं तैयार कीं।
कार्यशाला का उद्देश्य बच्चों में पारम्परिक भारतीय मृत्तिका शिल्प के प्रति रुचि उत्पन्न करना, साथ ही ईको फ्रेंडली गणेशोत्सव की भावना को जन-जन तक पहुँचाना था। कार्यशाला के दौरान बच्चों ने बताया कि मिट्टी को हाथों से आकार देना न केवल एक नया अनुभव था, बल्कि उन्होंने इसे करते हुए बचपन की निश्छल यादें भी ताजा कीं।
घर-घर पहुँचेंगी ईको फ्रेंडली गणेश प्रतिमाएं
दीपिका आर्ट अकादमी की निदेशक दीपिका पाराशर ने जानकारी देते हुए बताया कि इस पहल के तहत इस बार गणेश चतुर्थी पर भीलवाड़ा शहर में 100 प्रतिशत प्राकृतिक मिट्टी से निर्मित गणेश प्रतिमाओं का वितरण किया जाएगा। ये प्रतिमाएं राजस्थान के प्रसिद्ध मृणशिल्प क्षेत्र मौलेला के कुशल शिल्पकार नारायण कुम्हार और ललित कुमार द्वारा तैयार की गई हैं, जो वर्षों से इस पारंपरिक शिल्प को जीवित रखे हुए हैं।
घर में ही विसर्जन, पर्यावरण को नुकसान नहीं
यह पहल खासतौर से जल प्रदूषण को रोकने और सार्वजनिक स्थलों पर होने वाली भीड़ से बचने के उद्देश्य से शुरू की गई है। मिट्टी से बनी ये प्रतिमाएं घर में ही गार्डन, गमले या मिट्टी में आसानी से विसर्जित की जा सकती हैं, जिससे नदियों, तालाबों या अन्य जलस्रोतों को नुकसान नहीं पहुँचता।
दीपिका पाराशर ने सभी शहरवासियों से अपील की है कि वे इस वर्ष गणेश चतुर्थी को हरित पर्व के रूप में मनाएं और ईको फ्रेंडली प्रतिमाएं ही स्थापित करें। इससे पर्यावरण संरक्षण, स्थानीय कारीगरों को प्रोत्साहन और सांस्कृतिक मूल्यों की पुनस्र्थापना तीनों उद्देश्यों की पूर्ति होगी।
शहरवासियों में उत्साह
इस पहल को लेकर शहरवासियों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। कई स्कूल, सामाजिक संस्थाएं एवं नागरिक संगठन इस अभियान से जुड़ने के लिए आगे आ रहे हैं। बच्चे, युवा और महिलाएं स्वयं आकर मिट्टी से प्रतिमा बनाना सीख रहे हैं और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित कर रहे हैं।
इन्होंने लिया भाग
आर्वती जैन, परम राठी, गुंजन बहेड़िया, कनिका जेठानी, ख्याति सामरिया, अदिति जैन, प्रतीक्षा, संजू जाट, नैतिक नथरानी, शौर्य लोहिया, तनीषा घीया, नयस्का सिंह, आर्ची पोरवाल, अहाना, कृतिका पेशवानी, अनाया गोगिया, निमृत छाबड़ा, जीविका, मन्नत कौर, जेयाना नथरानी, प्रगति झुर्रानी, उन्नती, पर्णिका अजमेरा, प्रीतिषा अजमेरा, कृतिका लोहिया, प्रीषा छाबड़ा, प्रियंका जागेटिया शामिल थी।