भीलवाड़ा में नगर विकास न्यास ने उठाया डिजिटलाइजेशन की ओर बड़ा कदम, फाइलों का होगा ऑनलाइन रिकॉर्ड

भीलवाड़ा।
नगर विकास न्यास ने अपने कार्य प्रणाली को पारदर्शी और सुदृढ़ बनाने की दिशा में डिजिटलीकरण (Digitalization) की ओर महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब न्यास की हर आवासीय और व्यावसायिक योजना, उससे जुड़े भूखंडों, आवासों और विभागीय फाइलों का पूरा रिकॉर्ड कंप्यूटर में फीड किया जा रहा है। इससे फाइलों से छेड़छाड़, दस्तावेज हटाने या फाइलें गायब करने जैसी गतिविधियों पर प्रभावी रोक लगेगी।
इस व्यवस्था के तहत, किसी भी योजना क्षेत्र से जुड़ी हर फाइल, दस्तावेज, विभागीय टिप्पणी और कार्रवाई का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है। यदि भविष्य में कोई दस्तावेज हटाने या बदलने की कोशिश करता है, तो कंप्यूटर सिस्टम से सच्चाई सामने आ जाएगी।
17 शाखाएं होंगी डिजिटलीकृत
नगर विकास न्यास की आवास, नियमन, तकनीकी, विधि, लेखा, राजस्व, स्थापना, भूमि अवाप्ति, उद्यान, मानचित्र, भूखंड आवंटन और आवक-जावक जैसी कुल 17 शाखाएं इस डिजिटल प्रक्रिया में शामिल हैं। इनमें सभी प्रकार की फाइलों और उससे संबंधित दस्तावेजों की स्कैनिंग कर उन्हें सुरक्षित रूप से कंप्यूटर सिस्टम में संग्रहित किया जा रहा है।
पारदर्शिता और जवाबदेही में इजाफा
इस प्रक्रिया के पूर्ण होने के बाद
दस्तावेजों की खोज में लगने वाला समय कम होगा।
आमजन को अपने भूखंड या योजना से जुड़ी जानकारी आसानी से उपलब्ध हो सकेगी।
कर्मचारियों की कार्यशैली पर निगरानी रखना सरल होगा।
फर्जीवाड़े और भ्रष्टाचार की संभावनाओं पर अंकुश लगेगा।
न्यास की डिजिटलीकरण प्रक्रिया पर जानकारों ने चिंता भी जताई है। उनका मानना है कि अनुबंधित टीम के 11 सदस्यों में से कई स्थानीय है। ऐसे में महत्तवपूर्ण व विवादित फाइलों का डाटा लीक होने की संभावना से इनकार भी नहीं किया जा सकता है। न्यास के अधिकारियों को डिजिटलीकरण की प्रक्रिया को गोपनीय बनाए रखने के साथ काम में पारदर्शिता बनाए रखने के प्रयास करने चाहिए।
भविष्य की योजना
नगर विकास न्यास इस डिजिटल डाटा को ऑनलाइन पोर्टल से जोड़ने की दिशा में भी कार्य कर रहा है, जिससे नागरिक अपने दस्तावेज या योजना संबंधी जानकारी घर बैठे देख सकें। इससे सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने की आवश्यकता भी कम होगी।