किसानों का "फसल मुआवजा जन अधिकार आंदोलन", सभा स्थल पर जुटने लगी भीड़
भीलवाड़ाविजय गढ़वाल । अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव धीरज गुर्जर के नेतृत्व में शुक्रवार को जिले में जोरदार तैयारी के साथ किसानों का जन अधिकार आंदोलन शुरू हुआ।
बारिश से खराब हुई फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर आज सुबह से ही जिलेभर से हजारों किसान और समर्थक सभा स्थल पर जुटने लगे। सभा स्थल पर किसानों का हुजूम लगातार बढ़ रहा है।
आयोजन से जुड़े पदाधिकारियों ने बताया कि सभा के बाद धीरज गुर्जर के नेतृत्व में किसानों का जत्था कलेक्ट्री की ओर कूच करेगा और वहां राज्य सरकार व प्रशासन को किसानों की समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा जाएगा।
आंदोलन की शुरुआत श्री खटिक छात्रावास, अहिंसा सर्किल से होगी। इसके बाद विशाल जनसभा होगी और वहां से रैली सांगानेरी गेट, रामस्नेही अस्पताल, श्री गेस्ट हाउस चौराहा, मंगला चौक, भीमगंज चौकी, गोल प्याऊ चौराहा और रेलवे स्टेशन होते हुए जिला न्यायालय के सामने से कलेक्ट्रेट पहुंचेगी, जहां किसानों की ओर से जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
पाँच सूत्रीय माँगों पर जोर
आंदोलन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता और किसान मिलकर सरकार से पाँच सूत्रीय माँगों को रखने वाले हैं। इनमें जिलेभर में अतिवृष्टि से खराब हुई फसलों की घोषणा कर किसानों को तुरंत मुआवजा दिलाना, सरपंचों को मिले न्यायालय आदेशों की पालना सुनिश्चित कराना, पंचायत परिसीमन में जनता की भावनाओं का ध्यान रखना, विद्यालयों में जर्जर भवन व शौचालयों की मरम्मत कर बच्चों की सुरक्षा करना तथा भीलवाड़ा शहर में सीवरेज और सड़क निर्माण कार्यों से उत्पन्न अव्यवस्था को दूर करना प्रमुख बिंदु हैं।
प्रेस वार्ता में गुर्जर का ऐलान
आंदोलन की रूपरेखा तय करने के लिए धीरज गुर्जर ने हाल ही में प्रेस वार्ता की थी। उन्होंने कहा कि, “किसान आज सबसे बड़ी परेशानी में है। अतिवृष्टि से फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं, लेकिन सरकार मुआवजे की घोषणा करने में लगातार टालमटोल कर रही है। यह आंदोलन किसानों के हक और जनता के अधिकारों के लिए निर्णायक लड़ाई है। जब तक किसानों को उनका हक नहीं मिलेगा, कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर संघर्ष जारी रखेंगे।”
गुर्जर ने यह भी कहा कि पंचायत परिसीमन का फैसला जनता की भावनाओं को ताक पर रखकर सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए नहीं होना चाहिए। उन्होंने साफ किया कि बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
पूरे जिले में सभाएँ कर जुटाया समर्थन
पिछले एक माह से धीरज गुर्जर लगातार जिले के अलग-अलग हिस्सों में सभाएँ कर किसानों और कार्यकर्ताओं से संवाद कर रहे थे। हर सभा में उन्होंने किसानों की समस्याएँ सुनीं और आंदोलन के लिए उन्हें संगठित किया। उन्होंने कहा कि, “भीलवाड़ा ही नहीं, पूरा मेवाड़ आज किसान संकट से जूझ रहा है। ऐसे समय में सरकार का मौन रहना किसान विरोधी मानसिकता को दर्शाता है।”
कार्यकर्ताओं से अपील
गुर्जर ने जिलेभर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं, किसानों, युवाओं और महिलाओं से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में भीलवाड़ा पहुँचकर आंदोलन को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ किसानों का नहीं, बल्कि पूरे समाज का आंदोलन है। जब तक जनता की आवाज को बुलंद नहीं किया जाएगा, तब तक समस्याओं का समाधान संभव नहीं है।
हजारों किसान जुटेंगे, पुलिस ने किए प्रबंध
इस आंदोलन में जिलेभर से हजारों किसान और समर्थक भीलवाड़ा पहुँचने वाले हैं। इसे देखते हुए पुलिस प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए हैं। शहर के मुख्य मार्गों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात रहेगा और जुलूस मार्ग पर विशेष निगरानी रखी जाएगी ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या बाधा उत्पन्न न हो।
उम्मीदें और तैयारी
जिला कांग्रेस कमेटी और मेवाड़ के सभी कांग्रेसजन आंदोलन को सफल बनाने में जुटे हैं। कार्यकर्ताओं का मानना है कि यह जन अधिकार आंदोलन जिले के किसानों और आमजन की आवाज को मजबूती देगा और सरकार को झुकने के लिए बाध्य करेगा।
