प्रोसेस हाउस की राख से फसलें खराब, किसानों ने कलेक्ट्री पर किया प्रदर्शन, आन्दोलन की दी चेतावनी
काले पानी की रोकथाम के लिए लगेंगे सीसीटीवी कैमरे
जांच में राख से कृषि भूमि नहीं निकली नकारा
भीलवाड़ा (राज/प्रहलाद)। चित्तौड़ रोड पर स्थित शुभलक्ष्मी प्रोसेस हाउस से फैल रहे प्रदूषण के विरोध में आज ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया और प्रोसेस हाउस के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई। साथ ही चेतावनी दी कि अगर कार्रवाई नहीं होती है तो जन आन्दोलन किया जाएगा। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रोसेस हाउस से उडऩे वाली राख के चलते उनकी फसलें बर्बाद हो रही है और बीमारियां फैल रही है।
बुधवार को तख्तपुरा, ओज्याड़ा और हमीरगढ़ के पीडि़त लोग शुभलक्ष्मी प्रोसेस हाउस के खिलाफ जिला कलक्टर कार्यालय पर जमा हुए और प्रदर्शन किया। पीडि़त घनश्यामसिंह ने कहा है कि प्रोसेस हाउस की चिमनी से उडऩे वाली राख तीन गांवों के खेतों को बर्बाद कर रही है। खेतों में बो रखी फसल पर प्रोसेस हाउस की राख जमने से मजदूर भी काम करने को तैयार नहीं है। ऐसे में उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जब यह प्रोसेस हाउस लगने वाला था तब ग्रामीणों ने इस पर आपत्तियां की गई थी लेकिन इसे दरकिनार कर इसे स्वीकृति दे दी गई। इसी का परिणाम है कि आज लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। करीब डेढ साल से संचालित इस प्रोसेस हाउस से फैल रहे प्रदूषण की शिकायत प्रदूषण नियंत्रण मण्डल से की गई तो उन्होंने मौका मुआयना भी किया और जांच भी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनका कहना है कि गांव में बिगड़ रही स्थिति की रोजाना वीडियो बनाकर भेज रहे है लेकिन उनकी कोई सुनने वाला नहीं है। प्रदर्शन में शामिल सीमा वैष्णव का कहना था कि प्रोसेस हाउस से उड़ रही कोयले की राख फसलों पर जमा हो रही है। वह अपने साथ गेहूं की फसल भी लेकर आई और बताते हुए कहा कि राख युक्त इस फसल को कोई मजदूर भी काटने को तैयार नहीं है। कुछ मजदूर आये तो वे भी बीमार हो गये और काम छोड़कर चले गये।
एक अन्य व्यक्ति राधेश्याम अहीर ने प्रदूषण के चलते गंभीर बीमारियां होने के साथ साथ पशुओं के मरने तक का आरोप लगाया है।
इस संबंध में जब प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के अधिकारी दीपक धनेटवाल से बात की तो उन्होंने कहा कि ग्रामीणों ने शिकायत की है। हमने कृषि विभाग को पत्र लिखा है। भूमि की जांच करवाई तो उसमें भूमि कृषि योग्य पाई गई। हमारी प्रयोगशाला से भी हमने जांच करवाई लेकिन उसमें भी कोई गंभीर समस्या सामने नहीं आई है।
काले पानी की रोकथाम के लिए लगेंगे कैमरे
प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के अधिकारी धनेटवाल ने बताया कि प्रोसेस हाउस से काले पानी की निकासी की शिकायतें मिलती रहती है और हम लगातार जांच करवाते है। अगर कोई कमियां निकलती है तो हम नोटिस भी देते है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के अनुरूप भीलवाड़ा में काले पानी की रोकथाम के लिए बरसात से पहले सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए हमने स्थान चयनीत कर लिये है और काम समय से पहले पूरा हो जाएगा। वहीं हम गूगल से भी जांच पड़ताल कर रहे है।