संसार के लिए नहीं बल्कि भगवान के लिए नाचिये-अशोक भाई

आकोला (रमेश चंद्र डाड)कोटड़ी सरस्वती विद्या मंदिर माध्यमिक विद्यालय में पांच दिवसीय सत्संग कार्यक्रम के दूसरे दिन महाराज श्री अशोक जी ने प्रवचन करते हुए बताया कि मनुष्य जीवन एक बार मिलता है जिसमें पर हित के कार्य, दूसरो की भलाई, गौ रक्षा की सेवा करनी चाहिए तथा संसार की मोह माया त्याग कर परमात्मा की सेवा करना महत्वपूर्ण कार्य हैं लेकिन आज का मनुष्य इन सब को भूल चुका है यहां तक की जिसने जन्म दिया उनको भी भूलकर वह संसार की मोह माया में भटक गया वह धन के पीछे भाग रहा वह धन के पीछे पागल हैं मनुष्य जीवन में अगर हमें उद्धार करना है, पुण्य प्राप्त करना है तो परमात्मा की भक्ति के लिए पागल होना चाहिए और उसमें संसार की नहीं भगवान के लिए लगन, श्रद्धा से ही प्रतिफल की प्राप्ति होगी और प्रभु की भक्ति से प्राप्त होगा मनुष्य जीवन एक अनमोल जीवन हैं ! मीरा ने भक्ति की कृष्ण की प्राप्ति हुई, शबरी ने भक्ति की प्रभु राम के दर्शन प्राप्त हुए ,जटायु में भक्ति की उद्धार हुआ ऐसे अनेकों उदहारण है जो बताते हैं भक्ति करने पर प्रभु की प्राप्ति हुई हैं हम सभी को यह ध्यान में रखते हो अपना मन भी भगवान की भक्ति में लगाना चाहिए जिससे मनुष्य जीवन का उद्धार हो ओर जीवन सफल हो ! सत्संग कार्यक्रम में आसपास के जिलों से भी भक्तगण पधारे और सैकड़ो भक्तों ने सत्संग आनंद लिया