जल संकट से निपटना केवल सरकारी काम नहीं, यह समाज का साझा उत्तरदायित्व है - राजस्व मंत्री हेमन्त मीणा

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मांडल (सोन‍िया सागर) । राजस्थान सरकार के राजस्व एवं उपनिवेशन मंत्री हेमन्त मीणा ने सोमवार को मांडल में "वन्दे गंगा जल संरक्षण जन अभियान" के तहत एक महत्वपूर्ण संदेश दिया। उन्होंने कहा कि जल संकट से निपटना केवल सरकारी काम नहीं है, बल्कि यह समाज का साझा उत्तरदायित्व है। उन्होंने मांडल तालाब का निरीक्षण किया और तालाब की पूजा अर्चना करके सभा को संबोधित किया।

राजस्व मंत्री हेमन्त मीणा ने कहा कि सरकार द्वारा 5 जून से 20 जून तक वंदे गंगा जल सरक्षण अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत सभी जगहों पर इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी मिलकर पानी की बरबादी को रोकने के लिए काम कर सकते हैं। उन्होंने उदाहरण दिया कि खेत पर पानी लेने जाते समय पहले मोटर चालू करते हैं और फिर हाथ पैर मुंह आदि धोते हैं, जिसमें कई लीटर पानी व्यर्थ बह जाता है। उन्होंने कहा कि हमें इन आदतों को छोड़कर पानी को बचाने के लिए काम करना होगा ताकि आने वाली पीढ़ियों को पानी की समस्या से नहीं जूझना पड़े।

स्थानीय विधायक उदयलाल भडाणा ने भी सम्बोधित करते हुए कहा कि जल है तो कल है। हम सभी को मिलकर इस वन्दे गंगा जल संरक्षण कार्यक्रम के तहत पानी बचाने के उपाय करने होंगे और अधिक से अधिक पौधरोपण पर ध्यान देना होगा ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियों को पानी की समस्या का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने कहा कि मांडल क्षेत्र के जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है और आमजन को इसमें सहभागी बनना चाहिए।

इस अवसर पर आजाद शर्मा ने जल संरक्षण की शपथ दिलवाई और उपस्थित प्रशासनिक अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों व नागरिकों से अपील की कि वे जल स्रोतों के संरक्षण में सक्रिय भूमिका निभाएं। भाजपा मंडल अध्यक्ष भेरू लाल गाडरी ने आये हुए सभी लोगों को धन्यवाद दिया।

इस दौरान भाजपा जिलाध्‍यक्ष प्रशांत मेेेेेेवाड़ा, भाजपा ग्रामीण मण्‍डल अध्‍यक्ष भगवत स‍िंंह राठौड़़, जिला कलेक्टर जसमीत सि‍ंंह संधु, अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओमप्रकाश मेहरा, उपखण्ड अधिकारी सी एल शर्मा, पुलिस उपाधीक्षक मेघा गोयल, तहसीलदार सहित कई प्रशासनिक अधिकारी, जन प्रतिनिधि और महिलाएं और पुरुष मौजूद रहे।

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