अनुसूचित जाति जनजाति की मांगों पर कमेटी गठन कर निर्णय करवाएं जाएंगे- उपमुख्यमंत्री बैरवा

जयपुर/भीलवाड़ा। प्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन द्वारा बिरला ऑडिटोरियम जयपुर में आयोजित बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती पर सद्भावना सम्मेलन मे मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए राजस्थान सरकार के उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने कहा की बाबा साहब के आदर्शों को अपने जीवन में उतरना चाहिए। हम बाबा साहब के बताए मार्ग पर कितने चल रहे हैं इस पर हमें विचार करना चाहिए। प्रदेश संगठन द्वारा दिए गए मांग पत्र पर एक कमेटी का गठन कर संगठन के पदाधिकारी के साथ वार्ता की जाएगी और मुख्यमंत्री जी से आदेश जारी करवाये जायेगे।
जनजाति मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने कहा कि बाबा साहब को पंच तीर्थ नरेंद्र मोदी सरकार ने करवाए हैं एवं भारत रत्न भी भाजपा सरकार के समर्थन वाली सरकार से बाबा साहब को मिला है हमें हमारे वर्ग के अंतिम व्यक्ति को कैसे लाभ मिले इस पर में प्रयास करना चाहिए। फेडरेशन के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव के पी चौधरी ने कहा कि पूरे देश में भाजपा एवं समर्थित 18 राज्यों में सरकारे हैं लेकिन एक भी राज्य में अनुसूचित जाति का मुख्यमंत्री नहीं है। किसी भी एक राज्य में हमारे वर्ग का मुख्यमंत्री होना चाहिए। प्रदेश अध्यक्ष रामस्वरूप मीणा ने स्वागत करते हुए प्रदेश संगठन द्वारा तय किया गया मांग पत्र जिसमें आरक्षण की सीमा जनसंख्या के आधार पर अनुसूचित जाति में 18 परसेंट और जनजाति में 14 परसेंट करने की मांग रखी। न्यूनतम आय ढाई लाख से बढ़कर ईडब्ल्यूएस की तरह 8 लाख की जानी चाहिए। पदोन्नति में बाधक 9 नवंबर 2011 के आदेश को वापस लिया जाना चाहिए और जितनी वैकेंसी निकलती है उसमें आरक्षण के प्रतिशत के आधार पर ही रिक्तियां निकाली जानी चाहिए। उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बेरवा का भीलवाड़ा जिला अध्यक्ष चंद्रप्रकाश मारू के साथ पूरे राजस्थान से आए जिला अध्यक्ष ने स्वागत किया। प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष दुर्गालाल बारेठ ने कहा कि सद्भावना सम्मेलन हर संभाग मुख्यालय पर होना चाहिए ताकि संगठन की भावनाएं उस क्षेत्र के हर अनुसूचित जाति जनजाति के सदस्य तक पहुंच सके। हम तुम्हें प्रदेश महासचिव महेंद्र सिंह करोल ने सभी का आभार प्रकट किया।