महन्त शास्त्री को इंडिया बुक अवार्ड का समर्पण

भीलवाड़ा निम्बार्क वैदिक संस्कृत समिति भीलवाड़ा संस्कृत भाषा के प्रचार - प्रसारार्थ विगत 16 वर्षों से निरन्तर कार्य कर रही है। संस्था ने बीते 16 वर्षों में प्रदेषभर के 2 लाख 28 हजार 918 छात्र - छात्राओं को संस्कृत आन्दोलन जोड़कर बड़ी उपलब्धि हासिल की इसी उपलब्धि के चलते 6 फरवरी 2025 को संस्था का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकार्डस 2025 में दर्ज हुआ। अवार्ड का सर्मपण आज प्रातः 11 बजे हरिषेवाधाम उदासीन आश्रम सनातन मन्दिर में महामण्डलेष्वर हंसराम उदासी एवं नगर विकास न्यास के सचिव ललित गोयल द्वारा संस्था के संरक्षक निम्बार्क आश्रम के महन्त मोहन शरण शास्त्री प्रदेषाध्यक्ष रामेष्वर प्रसाद शर्मा प्रान्तीय संयोजक डाॅ. कृष्ण गोपाल जांगिड़ एवं पदाधिकारियों को सर्मपण किया । इस अवसर पर महामण्डलेष्वर हंसराम ने राज्य सरकार से संस्कृत भाषा को कक्षा प्रथम से अनिवार्य अध्ययन अध्यापन की पुरजोर मांग की । सचिव ललित गोयल ने वेदाध्ययन एवं संस्कृति को जानने हेतु संस्कृत भाषा के अध्ययन को आवष्यक बताते हुये संस्था को हरसंभव सहयोग करने का भरोसा दिया। इससे पूर्व संस्था के मार्गदर्षक केसरसिंह चैधरी, जयकिषन सीलक , रामपाल कींजा, आदि ने अतिथियों का स्वागत अभिनन्दन किया। समर्पण कार्यक्रम में सन्त मायाराम, रमेष कींजा, महावीर कींजा, मधूसदन आमेरिया, ओमप्रकाष पालड़िया, भगवती लाल शर्मा, रामचन्द्र जाट, प्रभूलाल धामू, मुकेष सुथार एवं राजेन्द्र धनेरवा आदि | पदाधिकारियों ने भाग लिया ।