घास बिक्री केंद्रों को काइन हाउस व गौशालाओं के बाहर स्थापित करने की मांग

भीलवाड़ा। पीपल फॉर एनिमल्स के प्रदेश प्रभारी बाबूलाल जाजू ने जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू एवं नगर निगम आयुक्त हेमाराम चौधरी को पत्र लिखकर शहर में अवैध रूप से संचालित घास बिक्री केंद्रों को बंद करवा कर गौशालाओं एवं काइन हाउस के बाहर घास बिक्री केंद्र संचालित कराने की मांग की है।
जाजू ने कहा कि राजस्थान नगर पालिका अधिनियम 2009 की धारा 247, 248, 250, 254 की पालना नहीं हो रही है। भीलवाड़ा शहर में कावाखेड़ा सगस जी के मंदिर के पास, कुमुद विहार एक एवं दो के बीच पांच जगह पर तथा हरीशेवा के पीछे वीर सावरकर चौक, नेहरू रोड मार्ग, सज्जन विला के पास आजाद नगर, दूधाधारी मंदिर के सामने, बाहेती धर्मशाला के सामने, माणिक्य नगर सब्जी मंडी के पास, छोटी पुलिया सुभाष नगर, गायत्री आश्रम सत्यम कॉम्प्लेक्स के सामने, पुर रोड लेबर कॉलोनी, शनि महाराज मंदिर के आगे लेबर कॉलोनी मैन रोड, कुंभा सर्कल आजाद नगर, देवरिया बालाजी मंदिर के पास, रामधाम की पुलिया के पास, शाम की सब्जी मंडी सहित अनेक स्थानों पर बिना नगर निगम की अनुमति के अवैध रूप से प्रतिदिन घास बेची जा रही है जिससे बेसहारा मवेशियों के झुंड वहां इकट्ठे हो जाते हैं एवं गंदगी फैल रही है तथा पशुओं के आपस में लड़ने से आवागमन बाधित होकर जाम लगता है एवं सैकड़ों लोग दुर्घटना ग्रस्त हो चुके है।
जाजू ने बताया कि वर्ष 2010 में नगर परिषद द्वारा ट्रेचिंग ग्राउण्ड परिसर में बेसहारा गायों व अन्य पशुओं को रखने के लिए एक आश्रय स्थल बनाया था, जिसमें अनेक वर्षों से कोई पशु नहीं है। वहां शहर के बेसहारा पशुओं को रखने एवं खाने पीने की व्यवस्था पुख्ता की जा सकती है। जाजू ने बताया कि घास खरीदने वाले व्यक्ति गौशालाओं एवं काइन हाउस के बाहर से घास खरीदकर गोशाला में डाल सकते है। उल्लेखनीय है कि स्टांप ड्यूटी पर 10 प्रतिशत गौ सेस होने से करोड़ों रुपया प्रतिवर्ष भीलवाड़ा जिले से इकठ्ठा हो रहा है बावजूद गौ संरक्षण की व्यवस्था शहर में पुख्ता नहीं हो पा रही है।
