भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा विकास कार्य, सूरजपुरा ग्रामवासी आक्रोशित, जिला कलेक्टर से की जांच की मांग
भीलवाड़ा । भीलवाड़ा जिले की तहसील रायपुर के अंतर्गत ग्राम सूरजपुरा में लाखों रुपये की लागत से स्वीकृत विकास कार्य बिना जमीन पर उतरे ही कागजों में पूरे कर दिए गए हैं। ग्रामवासियों ने आरोप लगाया है कि पंचायत प्रशासन और ठेकेदार की मिलीभगत से नरेगा योजना के तहत स्वीकृत ₹21,25,400 की राशि बिना किसी वास्तविक कार्य के निकाल ली गई।
ग्रामीणों के अनुसार, यह राशि श्मशान घाट का विकास, अधूरी सड़क को पूरा करना तथा विद्यालय गार्डन का निर्माण जैसे कार्यों के लिए वितीय वर्ष 2021-22 से 2025-26 के बीच स्वीकृत हुई थी। परंतु ग्रामवासियों का दावा है कि मौके पर न तो कोई निर्माण कार्य हुआ और न ही किसी प्रकार का विकास कार्य दिखाई दे रहा है।
इस संदर्भ में सूरजपुरा के निवासियों ने 8 सितम्बर 2025 को उपखंड अधिकारी एवं विकास अधिकारी, पंचायत समिति रायपुर के समक्ष शिकायत दर्ज करवाई थी। बावजूद इसके आज तक किसी भी जिम्मेदार के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई है, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
गांव के लोगों की मांग है कि स्वीकृत कार्यों को समयावधि में पूरा किया जाए तथा भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों व ठेकेदारों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए। ग्रामवासियों का कहना है कि यदि जल्द कार्यवाही नहीं हुई तो वे सामूहिक रूप से आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
