हमीरगढ में नानी बाई रो मायरो कथा के समापन में उमड़े श्रद्धालु, हुए भाव विभोर

हमीरगढ (राजाराम वैष्णव) । नगरपालिका हमीरगढ क्षेत्र के द्वारकाधीश मन्दिर प्रांगण में आयोजित पांच दिवसीय नानी बाई रो मायरो का समापन शुक्रवार को हुआ। इस अवसर पर महिलाओं ने भावुक होकर नृत्य किया। कथा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। कथा वाचक महामंडलेश्वर अनुज दास महाराज ने कहा कि यह कथा सेवा, सहयोग और समर्पण की सीख देती है। कथा में सहयोग की भावना होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म को जीवित रखना है तो हमें एकजुटता मिलाकर ऐसे धार्मिक अनुष्ठानों करना जरूरी है। कथा के अंतिम दिन मायरे का मंचन हुआ। इसमें श्रीकृष्ण भक्त नरसी मेहता की पुत्री नानी बाई के लालची ससुराल में आयोजित कार्यक्रम में मायरा भरने स्वयं श्रीहरि द्वारा उपस्थित होकर अपने भक्त की लाज रखने और मायरा भरने की कथा का अनुज दास महाराज के द्वारा संगीतमय वर्णन किया। महामंडलेश्वर 1008 श्री चेतन दास जी महाराज के कृपा पात्र मुंगाना गुरुकुल से आए बाल कलाकार निरंजन वैष्णव (उम्र12 वर्ष) ने अपनी कलाओं से भक्तों का मन मोह लिया श्रद्धालु भाव विभोर होकर बालक निरंजन को देखकर आनंदित होकर नाचने झूमने लगे कार्यक्रम के अंतिम दिन श्रीकृष्ण ने छप्पन करोड़ का मायरा भरा।
कथा समापन के दौरान हमीरगढ़ राज भवन से हर्ष प्रदीप सिंह, प्यारेलाल शर्मा सरपंच प्रतिनिधि स्वरूपगंज, गोविंद सोनी, कालू सोमानी, गोपाल सुथार, मुकेश सुवालका, ओम प्रकाश सोनी, राजेंद्र सिंह, विनोद गोलछा, संजय भारती, ईश्वर भारती,जगदीश छिपा, जगदीश सोनी, सत्यनारायण टेलर, विनोद सोनी,कैलाश छिपा एवं द्वारकाधीश मन्दिर मण्डल के सदस्यो द्वारा आए हुए सभी मेहमानों सहित अनुज महाराज का स्वागत किया गया। नरसिंह मन्दिर के महंत रामसागर दास महाराज ने सभी उपस्थित श्रद्धालुओं को धन्यवाद दिया। भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।