रात में जान जोखिम में डाल फाल्ट ठीक कर रहे विद्युतकर्मी

कबराड़िया राकेश जोशी |कबराड़िया क्षेत्र में फाल्ट ठीक करने के लिए कार्यरत विद्युतकर्मियों की सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं हैै। दिन हो या रात, जान जोखिम में डालकर कार्य करते हैं, लेकिन न तो इन्हें हेलमेट मिलता है न सेफ्टी बेल्ट। सुरक्षा किट की अन्य सामग्री का भी अभाव रहता है। विद्युत निगम की इस लापरवाही की वजह से कई विद्युतकर्मियों की मौत हो गई है तो कुछ जीवन भर के लिए विकलांगता का कष्ट सहने के लिए विवश हैं।
जिले में विद्युतकर्मियों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। बिना सुरक्षा उपकरण के ही लाइनमैन पोल पर चढ़कर फाल्ट ठीक करते हैं। यही कारण है कि साल में कई बिजली कर्मियों की फाल्ट ठीक करते समय झुलसकर अथवा पोल से गिरने से मौत हो चुकी है। कई जीवन और मौत से जूझ रहे हैं।
frt सुपरवाइजर बलवंत ने बताया की jain दयाराम साब ने मुझे 6 बजे फोन करके कहा की कबराड़िया मे जाकर तीन खम्भो का तार बदलकर आओ। बलवंत सिंह ने सुबह तार लगाने को बोला तो दयाराम ने कहा की अभि करके आओ। बलवंत सिंह अपने साथी सुरेंद्र सिंह के साथ कबराड़िया 8 बजे पहुचे । लेनमेंन रघुवीर सिंह ने लाइट का स्ट डाउन लेकर रात मे बिना सुरक्षा उपकरणों के अपनी जान जोखिम मे डालकर तार बदलने के लिए खम्भे पर् चढ़ कर रात 9 बजे तार बदले।
रात में तार बदलने का आदेश देने वाले jain दयाराम से बात करने की कोशिश की तो दयाराम ने फोन नही उठाया।
