कर्मचारी महासंघ ने पेंशन पर 9 अक्टूबर के आदेश को प्रत्याहारित करने की मांग दोहराई

भीलवाड़ा |अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ ने बोर्ड, निगम, राजकीय उपक्रम, स्वायत्तशासी संस्थाओं तथा विश्वविद्यालयों में पुरानी पेंशन को समाप्त करते हुए राज्य सरकार द्वारा पुनः एनपीएस थोपने के 9 अक्टूबर 2025 के आदेश में राज्य सरकार द्वारा पुनः संशोधन को राज्य कर्मचारियों के संघर्ष की जीत बताया है। अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ ने राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि 9 अक्टूबर, 2025 के आदेश को पूर्णतया प्रत्याहारित करना पड़ेगा, भीलवाड़ा के जिलाध्यक्ष नीरज शर्मा ने बताया कि अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ ने राज्य सरकार द्वारा निगम, बोर्ड, स्वायत्तशासी संस्थाओं, राजकीय उपक्रमों तथा विश्वविद्यालयों पर पुरानी पेंशन को समाप्त करते हुए एनपीएस थोपने के लिए जारी किए गए 9 अक्टूबर के आदेश को रद्द करने, PFRDA समाप्त करने, कैडर स्ट्रेन्थन, पदोन्नति, खाली पद भरने, संविदा कार्मिको को नियमित करने आदि मांगों को लेकर राज्यव्यापी आंदोलन शुरू कर रखा है। इसी क्रम में कर्मचारी महासंघ द्वारा अभी तक 21 जिलों में प्रदेशाध्यक्ष महावीर शर्मा और प्रदेश महामंत्री महावीर सिहाग के नेतृत्व में संघर्ष चेतना यात्रा निकाली गई है। अन्य जिलों में संघर्ष चेतना यात्रा जारी है। उक्त मांगों को लेकर 14 दिसंबर को राजधानी जयपुर में राज्य भर के कर्मचारियों का एक विशाल सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। यदि राज्य सरकार ने महासंघ की मांगों को पूरा नहीं किया तो 14 दिसंबर को और बड़े संघर्ष का ऐलान प्रदेशाध्यक्ष द्वारा कर दिया जाएगा। अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ की प्रदेश कार्यकारिणी ने राज्य भर के कर्मचारियों से महासंघ द्वारा जारी संघर्ष चेतना यात्रा को सफल बनाने की अपील करते हुए आह्वान किया है कि 14 दिसंबर को घोषित होने वाले आंदोलन के कार्यक्रमों को पूरे राज्य में पूरे उत्साह से सफल बनाया जाए। कर्मचारी संयुक्त महासंघ ने केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई चार श्रम संहिताओं को तुरंत वापस लेने की मांग करते हुए चेतावनी दी है कि यदि इन श्रम संहिताओं को वापस नहीं लिया गया तो राष्ट्रव्यापी आंदोलन में अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारियों संयुक्त महासंघ भी पूर्ण सहयोग करेगा। भीलवाड़ा के जिला मंत्री नारायण लाल गुर्जर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष पारसमल कुमावत, संजय झा, कन्हैयालाल शर्मा, रतन लाल शर्मा, अशोक जीनगर, शांति स्वरूप जीनगर, वीरेंद्र चौहान, सत्यनारायण शर्मा, सुनील खोईवाल, नारायण गाडरी, सिंधु पी आदि ने राज्य कर्मचारियों की मांगो की राज्य सरकार से निस्तारण की मांग की। 28 नवंबर को प्रदेशाध्यक्ष के नेतृत्व में संघर्ष चेतना यात्रा भीलवाड़ा आएगी।
