गोवर्धन जैविक उर्वरक योजना में कृषकों को मिलेगा 10 हजार रुपए का अनुदान

भीलवाडा । किसानों की आय बढ़ाने और खेती को टिकाऊ बनाने के लिए कृषि विभाग ने ‘गोवर्धन जैविक उर्वरक योजना’ हेतु ऑनलाइन आवेदन की अन्तिम तिथि 30 सितम्बर 2025 रखी गई है जिसके लिए पात्र आवेदक राजकिसान पोर्टल के माध्यम से कर योजना का लाभ उठा सकते है।
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक विनोद कुमार जैन ने बताया कि गोवर्धन जैविक उर्वरक योजना का उद्देश्य जैविक खेती को बढ़ावा देना और रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता को कम करना है। यह योजना न केवल किसानों की उत्पादन लागत को कम करेगी बल्कि उनकी फसल की गुणवत्ता को भी बढ़ाएगी, जिससे बाजार में उनके उत्पादों की मांग में बढौतरी होगी।
संयुक्त निदेशक जैन ने बताया कि आवेदन के लिए पात्रता हेतु ऐसे किसान जिसके पास खेती योग्य भूमि हो, कम से कम 3 गोवंश होना चाहिए, इस योजना में कृषकों को कम्पोस्ट पिट का निर्माण करना आवश्यक है,कम्पोस्ट पिट का आकार 20 फीट लंबी, 3 फीट चौड़ी और 2 फीट गहरी कंपोस्ट बेड या किसान सुविधानुसार 10 फीट लंबी, 3 फीट चौड़ी, 2 फीट गहरी दो कंपोस्ट बेड का निर्माण भी कर सकता है ।
योजना प्रभारी एवं कृषि अधिकारी प्रियंका पारीक ने बताया कि राजकिसान पोर्टल के माध्यम से कृषक जनाधार के माध्यम से भू- स्वामित्व की ई- साइन वाली जमाबन्दी अपलोड करना होगा, किसानों को जैविक खेती के प्रति प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से गोवर्धन जैविक उर्वरक योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को अधिकतम 10,000 रुपए तक की वित्तीय सहायता दी जाएगी,
कृषि अधिकारी सामान्य रमेश चन्द चौधरी ने बताया कि उक्त योजना में पहले आओ पहले पाओ के आधार पर कृषकों का चयन किया जायेगा, वर्तमान में जिले के 1500 कृषको को योजना से लाभान्वित किया जायेगा।
