पांच दिवसीय हरित संगम मेले का समापन

पांच दिवसीय हरित संगम मेले का समापन
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भीलवाड़ा, । शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि पेड़ धरती मां का श्रृंगार है उसे अपने कृत्यों से खत्म ना करें। धरती हमें सब कुछ देती है, हमारा भी दायित्व बनता है कि हम उसे संरक्षण देवें। यह विचार उन्होंने अपना संस्थान एवं नगर निगम द्वारा आयोजित पांच दिवसीय हरित संगम स्वच्छता एवं पर्यावरण मेले के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि मनुष्य को जीने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत होती है और ऑक्सीजन के लिए पेड़ का होना जरूरी है। वातावरण में तापमान बढ़ता जा रहा है, खतरे की घंटी बज चुकी है। पेड़ कम होने से जमीन को शीतलता नहीं मिल रही और रिचार्ज लेवल नहीं बढ़ रहा। हम सभी को जागरूक होने की आवश्यकता है।

पॉलीथिन मानवता की सबसे बड़ी दुश्मन

पॉलीथिन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह मानवता की सबसे बड़ी दुश्मन है। इससे कैंसर जैसी भयानक बीमारी पैदा होती है। यदि हमे स्वयं को, परिवार को और देश की बचाना है तो पॉलीथिन के उपयोग को बंद करना होगा। उन्होंने कहा कि पॉलीथिन का स्टॉक करने वालों को पहले हम समझाएंगे, फिर भी नहीं माने तो कानून का उपयोग करेंगे।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि रासायनिक खाद का उपयोग भी धरती मां के लिए घातक है। एक दिन ऐसा आएगा जब धरती मां कहेगी कि मेरी मिट्टी खराब हो गई है। मैं अब खाद्यान्न देने में असमर्थ हूं। वहीं गौमाता इसी मिट्टी को उपजाऊ बनाने में समर्थ है, जैविक खेती के लिए भी गौमाता का होना जरूरी है, इसलिए उसे बचाना जरूरी है।

हर गांव, शहर में बर्तन बैंक बनाइए

शिक्षा मंत्री ने सभी से आह्वान किया कि हर गांव हर शहर में बर्तन बैंक बनाइए। एक थाली, गिलास, कटोरी और चम्मच का सेट तैयार करें, और उनके उपयोग को बढ़ावा देवें। डिस्पोजल का उपयोग कम होगा। इससे स्वच्छता के क्षेत्र में भी हम बहुत आगे जा सकते हैं।

समारोह को मंचासीन अतिथियों ने किया संबोधित

समापन समारोह को संबोधित करते हुए पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के राष्ट्रीय सह संयोजक राकेश जैन ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण गतिविधि का कार्य 10 मार्च 2019 से शुरू किया गया। उस वक्त प्रति व्यक्ति पेड़ की संख्या 28 थी जो आज भी प्रति व्यक्ति 29 ही हुए है। अन्य देशों की तुलना में आज भी पेड़ों की संख्या भारत में कम है। जल, जंगल, जमीन, जानवर और जन संकट में है।

विधायक अशोक कोठारी ने कहा कि अमृता देवी ने पेड़ों को बचाने के लिए सर्वस्व बलिदान कर दिया उनसे हमे प्रेरणा लेने की जरूरत है। समारोह में महापौर राकेश पाठक ने कहा कि अपना संस्थान ने शहर में पर्यावरण और स्वच्छता को लेकर नैतिक परिवर्तन का काम किया है। नगर निगम भी लगातार इस क्षेत्र में प्रयास कर रहा है। भीलवाड़ा प्रदेश में भीलवाड़ा पहला ऐसा शहर है जो यूज पानी को एसटीपी प्लांट से 20 से 30 प्रतिशत रियुज कर रहा है। प्रारंभ में अपना संस्थान के प्रांत सचिव विनोद मेलाना ने संस्थान की गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि अब तक 1 करोड़ 66 लाख पौधे लगाए का चुके हैं और प्राकृतिक खेती और चारागाह विकास पर भी कार्य शुरू हो चुका है। जनप्रतिनिधि प्रशांत मेवाड़ा, समाजसेवी तिलोकचंद छाबड़ा, मेला संयोजक राधेश्याम सोमानी भी मंचासीन रहे। समारोह का संचालन अपना संस्थान अध्यक्ष श्यामसिंह राठौड़, मेला सहसंयोजक राघव आचार्य, सृष्टि सिंह ने किया। इस अवसर पर बाईसाइकिल मेन ऑफ इंडिया नीरज प्रजापति, अपना संस्थान सचिव व मेला सहसंयोजक साधना मेलाना सहित बड़ी संख्या में संस्थान पदाधिकारी एवं मेला प्रबंधन समिति उपस्थित रहे।

केबीसी प्रतियोगिता के विजेताओं को शिक्षा मंत्री ने किए पारितोषिक वितरित

हरित संगम मेले के दौरान आयोजित केबीसी पर आधारित प्रतियोगिता के विजेता स्कूलों के प्रतिभागी विद्यार्थियों को शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने पारितोषिक प्रदान किए। वरिष्ठ वर्ग में महेश पब्लिक स्कूल प्रथम, स्टीवर्ड मॉरिस स्कूल द्वितीय, उ.मा.विद्यालय प्रतापनगर तृतीय रहे। कनिष्ठ वर्ग में स्टीवर्ड मॉरिस स्कूल प्रथम, द्वितीय पीएम श्री उ.मा. विद्यालय मांडल और तृतीय उ.मा.विद्यालय पुर रहे थे।

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