फाल्गुनी ग्यारस पर उमड़ा भक्तों का सैलाब, धूलण्डी के रंगों संग श्याम बाबा को अर्पित हुई श्रद्धा

फाल्गुनी ग्यारस पर उमड़ा भक्तों का सैलाब, धूलण्डी के रंगों संग श्याम बाबा को अर्पित हुई श्रद्धा
X

भीलवाड़ा | काशीपुरी धाम श्याम मंदिर में श्याम सेवा समिति द्वारा आयोजित फाल्गुन महोत्सव भक्तों की आस्था और रंगों के उल्लास के साथ भव्य रूप से संपन्न हुआ। फाल्गुनी ग्यारस से शुरू हुआ यह महोत्सव धूलण्डी के दिन बाबा के रंगों में सराबोर होकर पूर्ण हुआ।

फाल्गुनी ग्यारस का महत्व

फाल्गुनी ग्यारस, जिसे श्याम बाबा के प्राकट्य दिवस के रूप में मनाया जाता है, भक्तों के लिए विशेष महत्व रखती है। मान्यता है कि इस दिन खाटू नरेश श्याम बाबा ने महाभारत काल में भगवान श्रीकृष्ण से अमरता का वरदान प्राप्त किया था। यही कारण है कि इस दिन देशभर से श्रद्धालु निशान यात्रा निकालते हैं और बाबा को श्रीफल, ध्वज व पुष्प अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

रंग, भक्ति और सेवा के साथ महोत्सव का भव्य समापन

समिति के अध्यक्ष सुरेश पोद्दार ने बताया कि इस वर्ष महोत्सव में 377 यूनिट रक्तदान शिविर, 500 निशान यात्रा और हजारों श्रद्धालुओं की सहभागिता ने इसे ऐतिहासिक बना दिया। बारस के दिन महाआरती एवं भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें भक्तों ने प्रसादी ग्रहण की।

मीडिया प्रभारी पंकज अग्रवाल ने बताया कि धूलण्डी के दिन बाबा के संग रंगों का उत्सव मनाया गया, जहां सभी भक्तों ने गुलाल-अबीर उड़ाकर एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं। पं. रूपेंद्र शुक्ला एवं वैदिक पं. रवि पंडित द्वारा विधिपूर्वक बाबा की आरती संपन्न कराई गई।

इस आयोजन को सफल बनाने में राघव, आकाश, अभिषेक, रमन, चिराग, अक्षत, सोहन, श्याम सुंदर सोनी, मोहित, प्रदीप, राजपाल, टोनी, बिजेंद्र, विवेक, विपिन, राहुल, हरीश, पुनीत, दुर्गा प्रसाद, नितिन, सुरेंद्र, कैलाश, सुशील, यज्ञनारायण, कन्हैया, अंकित, महावीर सहित कई अन्य श्रद्धालुओं का विशेष योगदान रहा।

श्याम प्रेमियों के लिए यह महोत्सव भक्ति, सेवा और प्रेम के रंगों में रंगने का अवसर बना, और हर भक्त ने बाबा से सुख-समृद्धि का आशीर्वाद लिया।

Next Story