निंबार्क आश्रम में आस्था का सैलाब: हरिद्वार के पावन गंगाजल से हुआ नर्वदेश्वर महादेव का भव्य सहस्त्राभिषेक

भीलवाड़ा । धर्म, आध्यात्म और भक्ति के अद्भुत संगम का साक्षी बना गांधी नगर स्थित निंबार्क आश्रम, जहाँ महंत मोहन शरण शास्त्री के पावन सानिध्य में एक अद्वितीय और भव्य आयोजन संपन्न हुआ। श्री निंबार्क पारमार्थिक सेवा ट्रस्ट एवं निंबार्क सेवा समिति के तत्वावधान में निंबार्क आश्रम के सभी भक्तों ने मिलकर पार्थिव शिवलिंगों का निर्माण किया और फिर हरिद्वार के पवित्र शिव की पौढ़ी से लाए गए गंगाजल से विधिवत नर्वदेश्वर महादेव एवं इन पार्थिव शिवलिंगों का सहस्त्राभिषेक किया।
इस अद्भुत अनुष्ठान के लिए आश्रम में विशेष तैयारी की गई थी। विद्वान पंडितों के वैदिक मंत्रोच्चार से पूरा वातावरण गूँज उठा, और भक्तों की श्रद्धा देखते ही बन रही थी। एक-एक बूँद गंगाजल से महादेव का अभिषेक करते हुए, हर भक्त ने अपने हृदय में गहरी आस्था और भक्ति का अनुभव किया। सहस्त्राभिषेक के उपरांत, भगवान भोलेनाथ का विशेष और अलौकिक श्रृंगार किया गया। उनकी मनमोहक छवि देख सभी भक्त मंत्रमुग्ध हो गए। इस अवसर पर भगवान को छप्पन भोग अर्पित किए गए, जिनमें विविध प्रकार के व्यंजनों और मिष्ठानों को शामिल किया गया था। अंत में, भव्य महाआरती का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने भाग लिया और समवेत स्वरों में महादेव की जय-जयकार की।
महंत मोहन शरण शास्त्री जी ने इस अवसर पर भक्तों को संबोधित करते हुए कहा, "महादेव की कृपा से ही यह पुनीत कार्य संपन्न हो पाया है। गंगाजल से अभिषेक करने से न केवल पापों का नाश होता है, बल्कि मन और आत्मा को भी शांति मिलती है। ऐसे आयोजनों से समाज में धार्मिक सद्भाव और सकारात्मकता का संचार होता है।" यह आयोजन निंबार्क आश्रम में उपस्थित सभी भक्तों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बन गया, जिसने उन्हें आत्मिक शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया।
