इको पार्क को लैंठना झाड़ियां से मुक्ति के लिए वन विभाग ने कमर कसी

हमीरगढ़ (हलचल)इको पार्क के वन्य जीव एवं वनस्पति के अस्तित्व पर संकट बनाकर के खड़ी लैंठना झाड़ियां से मुक्ति के लिए वन विभाग में कमर कस ली है इसके तहत एक पखवाड़े से लेने थाना उन्मूलन अभियान वन्य जीव के आहार विहार वन्य जीव प्रेमियों के आकर्षण का केंद्र बनने लगा है यह जानकारी देते हुए उपवन संरक्षक गौरव गर्ग ने बताया कि पिछले डेट दशक से इको पार्क की सुरंम्य पहाड़ियों मेपसरती लेने थाना झाड़ियां अंग्रेजी बम्बुल गाजर घास जैसी विदेशी प्रजाति की वनस्पति से वन्य जीव एवं परंपरागत वनस्पति के संवर्धन पर संकट खड़ा हो गया था इसकी मुक्ति के लिए विगतडेढ़ साल से विभाग एवं वन्य जीव प्रेमियों एवम मिडिया जनप्रतिनिधि द्वारा किए गए प्रयासों को उचित मानते हुए राज्य सरकार द्वारा विशेष अभियान के तहत वन विभाग की उच्च अधिकारियों से मिली निर्देशन अनुसार लैंठना झाड़ियां से मुक्ति का अभियान शुरू कर दिया गया क्षेत्रीय वन अधिकारी प्रशांत भट्ट एवं इको पार्क प्रभारी हरिशंकर बिश्नोई की देखरेख में चल रहे लेने थाना मुक्ति अभियान के तहतलगभग 100 हेक्टर वन क्षेत्र से झाड़ियां मुक्त हो चुकी है जहां अबतक बड़ी मुश्किल से नजर आने वाले चिंकारा सियार लोमड़ी जरक नीलगाय जंगली सूअर जैसी प्रजाति के वन्य जीव स्वच्छंद विचरण करते पर्यटकों को दिखाई देने लगेहै वन्य जीव प्रेमी सत्यनारायण व्यस्त बताया कि मेवाड़ में सबसे ज्यादा चिंकारा हिरण की पहचान रखने वाले इको पार्क में विदेशी प्रजाति की वनस्पति से वन्यजीवों की प्रजनन आहार विहार का संवर्धन में मुश्किल हो गया जिससे वन क्षेत्र की जैव विविधता पर संकट गहरा था नजर आने लगा राज्य सरकार द्वारा हमीरगढ़ इको पार्क को विकास और मुख्य बनाने के प्रयासों को लेंटना मुक्ति से खोया वैभव पुण्य प्राप्त हो सकेगा वही इको पार्क में आने वाले पर्यटकों के राज्य सरकार द्वारा प्रवेश शुल्क में कमी एवं वन्यजीवों के आहार आहार बिहार एवं आवास की बढ़ोतरी से खुशीहाली का एहसास होगा क्षेत्र के वन्य जीव प्रेमियों ने राज्य सरकार द्वारा जंगल बचाओ अभियान गुंज पर प्रशांता छा गयी