पूर्व मंत्री रामलाल जाट ने की धार्मिक स्थलों पर असामाजिक तत्वों द्वारा मारपीट और जातिगत आधार पर अपमान पर सख्त कार्रवाई की मांग

भीलवाड़ा हलचल पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता रामलाल जाट ने जिले के बराना गांव में धार्मिक स्थल पर असामाजिक तत्वों द्वारा मारपीट, पथराव, और जातिगत आधार पर अपमान की घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएँ न केवल सामाजिक सौहार्द को नुकसान पहुँचाती हैं, बल्कि समाज के कमजोर वर्गों को भी डराती हैं। जाट ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानून लागू करने की आवश्यकता पर बल दिया।
घटना का विवरणरामलाल जाट ने बताया कि बराना में धार्मिक स्थल पर कुछ असामाजिक तत्वों ने युवकों, महिलाओं, और बच्चों सहित लोगों को निशाना बनाया। इस दौरान मारपीट, पथराव, और जातिगत टिप्पणियों से माहौल तनावपूर्ण हो गया। स्थानीय पुलिस प्रशासन ने मामले की जाँच शुरू की है, और कुछ आरोपियों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की गई है। जाट ने चेतावनी दी कि यदि सरकार और प्रशासन ने तुरंत कठोर कदम नहीं उठाए, तो सामाजिक संगठन और सनातन समाज सड़कों पर उतरकर विरोध करेगा।
संवैधानिक अधिकारों पर जोर:जाट ने कहा कि संवैधानिक अधिकारों का हनन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सरकार से मांग की कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अलग-अलग योजनाएँ बनाई जाएँ और सामाजिक सौहार्द को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएँ। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि ऐसी घटनाएँ समाज में एकता को कमजोर करती हैं और सनातन धर्म की भावनाओं को ठेस पहुँचाती हैं।
