बीमार फसल से स्वस्थ भविष्य की ओर – महावीर प्रसाद की खेती को मिली नई राह"

बीमार फसल से स्वस्थ भविष्य की ओर – महावीर प्रसाद की खेती को मिली नई राह
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चित्तौड़गढ़ ।पंडित दीनदयाल उपाध्याय अन्त्योदय संबल पखवाड़ा के अंतर्गत गुरुवार 03 जुलाई को बड़ीसादड़ी उपखंड की जरखाना ग्राम पंचायत में आयोजित बहुउद्देशीय शिविर न केवल सरकारी योजनाओं के लाभ का केंद्र बना, बल्कि एक किसान की चिंता को समाधान में बदलने का मंच भी सिद्ध हुआ।

शिविर में सरथला गांव निवासी महावीर प्रसाद मेनारिया पुत्र प्रभुलाल मेनारिया अपनी समस्या लेकर पहुँचे। उन्होंने बताया कि उनकी खेत की मक्का की फसल में विभिन्न प्रकार की रोग व कीट व्याधियाँ उत्पन्न हो गई हैं, जिससे फसल प्रभावित हो रही है और उत्पादन में भारी गिरावट का खतरा बना हुआ है। इसके साथ ही, रासायनिक उपायों से होने वाले स्वास्थ्य प्रभावों को लेकर भी वे चिंतित थे।

शिविर प्रभारी एवं उपखण्ड अधिकारी प्रवीण मीणा ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कृषि विभाग के अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। कृषि विशेषज्ञों ने मौके पर ही निरीक्षण कर महावीर प्रसाद को उनकी फसल की स्थिति के अनुसार उपयुक्त जैविक उपाय सुझाए। उन्हें बताया गया कि किस प्रकार से वे रासायनिक कीटनाशकों की बजाय जैविक विधियों का उपयोग कर सकते हैं, जिससे फसल की गुणवत्ता के साथ-साथ परिवार का स्वास्थ्य भी सुरक्षित रह सकेगा।

इस त्वरित कार्यवाही और व्यावहारिक समाधान से महावीर प्रसाद न केवल राहत महसूस कर सके, बल्कि जैविक खेती की ओर एक नई सोच के साथ प्रेरित भी हुए। उन्होंने कहा कि अब वे भविष्य में अपने खेतों में अधिकतर जैविक तकनीकों का ही उपयोग करेंगे।

कृषक महावीर प्रसाद की प्रसन्नता देखते ही बनती थी। उन्होंने उपखण्ड प्रशासन और कृषि विभाग का हृदय से आभार प्रकट करते हुए कहा कि यदि यह शिविर न होता, तो शायद उन्हें उचित समाधान समय पर नहीं मिल पाता और फसल की बर्बादी निश्चित थी।

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