भीलवाड़ा में गणेश चतुर्थी : गणेश मंदिर में महाआरती के बाद 5001 मोदक का लगाया भोग,मेले शुरू,शाम को पांडालों में डांडियों की सुनाई देगी गूंज

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भीलवाड़ा, भीलवाड़ा में गणेश चतुर्थी का पावन पर्व आज पूरे उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जा रहा है। शहर और जिले के सभी गणेश मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। भक्त 'गणपति बप्पा मोरिया' के जयघोष के साथ मंदिरों में माथा टेककर दर्शन कर रहे हैं। खास तौर पर गांधीनगर के श्री सिद्धि गणेश मंदिर और संजय कॉलोनी के रोकड़िया गणपति मंदिर में भारी भीड़ देखने को मिली।

श्री सिद्धि गणेश मंदिर में महाआरती और मेले का शुभारंभ

गांधीनगर स्थित श्री सिद्धि गणेश मंदिर में आज दोपहर 12 बजे भव्य महाआरती का आयोजन किया गया, आरती के बाद 5001 मोदक का भोग लगाया , आरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। मंदिर के पुजारी ने बताया कि सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें लगी थीं। गणपति बप्पा को मोदक और लड्डू का भोग लगाया गया, जिसे प्रसाद के रूप में वितरित किया गया। महाआरती के बाद परंपरागत मेले का आगाज हुआ, जिसमें व्यंजन, मणिहारी, और बच्चों के लिए झूले-चकरी जैसे स्टॉल आकर्षण का केंद्र रहे। मंदिर की स्थापना 1973 में मूलचंद घीया द्वारा की गई थी, और 1975 से हर साल यहां गणेश चतुर्थी पर मेला लगता है। भक्तों की मान्यता है कि यहां दर्शन करने से उनका बेड़ा पार हो जाता है, जिसके चलते जिले भर से लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं।

रोकड़िया गणपति मंदिर: का अनूठा आकर्षण

संजय कॉलोनी का रोकड़िया गणपति मंदिर, जहां नेहरू रोड पर मंदिर की छत पर 21 फीट ऊंची भगवान गजानन की मूर्ति स्थापित है, प्रदेश के प्रमुख गणेश मंदिरों में शुमार है। यहां प्रत्येक बुधवार को मेले जैसा माहौल रहता है, लेकिन गणेश चतुर्थी पर उत्साह चरम पर होता है। एक दिन पहले से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो जाता है, जो चतुर्थी की समाप्ति तक जारी रहता है।

10 दिवसीय गणेश महोत्सव की धूम

जिले में 10 दिवसीय गणेश महोत्सव की शुरुआत सोमवार से हो चुकी है। शहर के सिरकी मोहल्ला, गांधीनगर, आजादनगर समेत विभिन्न कॉलोनियों में पंडाल सजाए गए हैं, जहां भगवान गणेश की प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। बुधवार शाम से 300 से अधिक स्थानों पर डांडिया और गरबा की धूम शुरू हो जाएगी और डांडिया की गूंज सुनाई देगी । अनंत चतुर्दशी (6 सितंबर 2025) को गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के साथ यह महोत्सव सम्पन्न होगा।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

महोत्सव को लेकर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए हैं। भीड़ को नियंत्रित करने और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए मंदिरों और पंडालों के आसपास पुलिस बल तैनात किया गया है। इसके अलावा, बारिश को देखते हुए पंडालों के निर्माण में सावधानी बरतने और बिजली के खतरों से बचाव के निर्देश दिए गए हैं।

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