कोदूकोटा में गवरी नृत्य का मंचन, खुशहाली की कामना की

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By - vijay |14 Sept 2025 6:06 PM IST
उदलियास | कोदूकोटा में कालिका माता मंदिर परिसर में कलाकारों ने गवरी नृत्य किया। इसमें 40 द्वारा गवरी नृत्य किया गया ग्रामीणों ने बताया कि इस नृत्य को भील समुदाय के लोग 40 दिन तक भगवान शिव एवं माता पार्वती की पूजा अर्चना के स्वरूप में किया जाता हैं। जिसमें विभिन्न लघु नाटिकाओं का आयोजन होता हैं। प्रत्येक गांव की खुशहाली के लिए यह नृत्य होता हैं। यह पारंपरिक रूप से भील समुदाय द्वारा मनाया जाता हैं, जो इसे भगवान शिव और पार्वती की आराधना के रूप में देखते हैं। गवरी का शाब्दिक अर्थ गौरी हैं, जो देवी पार्वती का ही एक नाम हैं। भील समुदाय का मानना हैं कि गवरी नृत्य के दौरान, देवी पार्वती मानव रूप में प्रकट होती हैं और गांव में खुशहाली और समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं। गवरी नृत्य-नाटिका में, पुरुष कलाकार विभिन्न पात्रों को निभाते हैं।
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