आगूचा गांव की पूर्व दिशा में तालाब के किनारे ऊंचे टीले पर स्थित है यह बालाजी का मंदिर

आगूचा गांव की पूर्व दिशा में तालाब के किनारे ऊंचे टीले पर स्थित है यह बालाजी का मंदिर
X

गुलाबपुरा|पूर्वज बताते हैं कि आस्था का केंद्र बाग वाले बालाजी मंदिर लगभग 600 वर्ष पुराना ह और यह बालाजी की मूर्ती पूर्व में बालाजी के भक्त स्वर्गीय भगवती लाल,कल्याण मल, मान जी अजमेर परिवार(भोजरांस)के सपने में बालाजी के रूप में आकर बताया कि में जमीन में दबा हुआ हु मुझे बाहर निकाले ओर बालाजी भक्त के कहने पर खुदाई की गई जहां बालाजी की 6 फिट ऊंची मूर्ति निकली जिसकी ग्रामीणों के सहयोग से स्थापना करवाई गई पूर्वज बताते हैं कि पूर्व में द्वारिका से अयोध्या जाने के लिए आगुचा होते हुए कच्चा रास्ता पगडंडी थी जिस पर संत महात्मा यात्रा के दौरान यहां बालाजी के स्थान पर विश्राम करते थे और एक बार हनुमान दास जी ने यहां विश्राम किया और ग्रामीणों के बार-बार निवेदन पर वह यहां रुके वह बालाजी की सेवा पूजा अर्चना करने लगे और उन्होंने यही उनका स्थान बना लिया वे यहां वर्षों तक सेवा पूजा अर्चना करते रहे बाद में स्वर्ग लोक हो गए

सैकड़ो वर्ष पुराने मंदिर के जीर्ण क्षीण एक्सीडेंट होने के कारण इसे तुड़वाकर बालाजी के भक्तों व ग्राम वासियों के सहयोग से करोड़ों रुपए की लागत से मंदिर का नव निर्माण करवाया गया अब इस मंदिर में महंत दिनेंद्र दास श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट श्री राम जन्मभूमि मंदिर अयोध्या एवं महंत घनश्याम दास बाग वाले बालाजी आगूचा के सानिध्य में एवं समस्त ग्रामवासीय व क्षेत्र वासियों के सहयोग से नवनिर्मित हनुमान मंदिर राम दरबार व शिव परिवार प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है जिसमें यज्ञाचार्य धर्म नारायण जी वेदाचार्य के द्वारा मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा एवं हरिहर नव कुंडीय महायज्ञ मिती वैशाख शुद्धि 11 गुरुवार 24 अप्रैल 2025 से मिती वैशाख शुद्धि 3 बुधवार 30 अप्रैल 2025 तक किया जाएगा व श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन सायं 7:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक प्रतिदिन किया जाएगा स्थान बाग वाले बालाजी आगूचा में कथावाचक एवं भागवत आचार्य श्री नंदराम शरण देवाचार्य जी महाराज पुष्कर वाले के मुखारविंद से किया जाएगा

Tags

Next Story