सादी में नाकोड़ा भैरव और पार्श्वनाथ मंदिर का निर्माण, पुजारी 90 दिन की तपस्या में लीन, कल होगी पूर्णाहुति

हमीरगढ़(राजाराम वैष्णव) हमीरगढ़ से 5 किमी दूर स्थित सादी गांव में प्राचीन नीमड़ी वाले सगस जी स्थल पर 2020 में कोरोना काल में श्री नाकोड़ा भैरव यहां विराजमान हुए थे, उनकी आज्ञा से इस स्थान पर भगवान पार्श्वनाथ का भव्य मंदिर का निर्माण जारी हे जो आगामी दो- तीन वर्ष में पूर्ण निर्मित हो जाएगा। नीमड़ी वाले सगस जी के मुख्य पुजारी तपस्वी रत्न धनराज शर्मा इन दिनों बिना अन्न जल के 90 दिवसीय तपस्या में लीन है। तपस्या के पहले 50 दिन पुजारी धनराज शर्मा ने एक चमच गो मूत्र का सेवन किया और अगले 40 दिन बिना अन्न जल गोमूत्र रहित मौन रहकर एक पैर पर खड़े रहकर, केवल माला जपना और एक माला पूर्ण होते ही गोले की आहूति, शक्कर, घी का अखंड हवन कर रहे हे। शुक्रवार को तपस्या का 89वा दिन है। श्री नाकोडा भैरवनाथ के पंचम पाटोत्सव पर 11 अक्टूबर को पुजारी धनराज शर्मा 90 दिवसीय साधना पूर्ण करके कुटिया से बाहर निकलेंगे।
तपस्या का संकल्प
पंचम पाटोत्सव के शुभ अवसर पर यह साधना विश्व कल्याण के लिए श्री नाकोडा भैरवनाथ की आज्ञा से तपस्वी रत्न पुजारी धनराज शर्मा कर रहे है, पूर्व में भी वर्ष 2021 में पहले पाटोत्सव पर 21 दिन की तपस्या की थी। इसके बाद 2022 में 30 दिन, 2023 में 45 दिन और 2024 में 33 दिन की तपस्या की। इस साल 2025 में उन्होंने अपनी तपस्या की अवधि को बढ़ाकर 90 दिन कर दिया हे, जो उनकी अटूट भक्ति और दृढ़ संकल्प को दर्शाता हे।
पंचम पाटोत्सव कार्यक्रम
पंचम पाटोत्सव के उपलक्ष्य में प्रातः 8:15 बजे नाकोडा भैरवनाथ का अभिषेक, दोपहर 12:15 बजे शोभायात्रा, सांय 5:15 बजे छप्पन भोग महाप्रसादी, सांय 7:30 बजे से भक्ति संध्या व मध्यरात्रि महाआरती का आयोजन होगा। भक्ति संध्या में जोधपुर से गायिका खुशबु कुम्भट, बालोतरा से गायक किशोर, पहुंना से दिनेश व अन्य कलाकारों द्वारा भजनों की प्रस्तुतियां दी जाएगी।
