पंचमुखी मोक्षधाम में चिता की भस्म से 13 को खेलेंगे होली

भीलवाड़ा । जलती चिताओं के बीच होलिका दहन की रात गुरुवार 13 मार्च को रात 9.15 बजे चिता की भस्म से होली खेली जाएगी। ऐसा होगा शहर के पंचमुखी मोक्षधाम में। श्री प्राचीन मसानिया भैरव नाथ मंदिर लगभग 400 साल से भी ज्यादा पुराना है। 15 साल पहले शहर के लोगों ने इसका पुनरुद्धार करवाया था। इसके बाद से ही भक्तों द्वारा यहां मसानिया भैरूनाथ को परम्परागत तरीके से होली खिलाई जाती है। इसके तहत रात 8.15 बजे भक्तों की टोली श्मशान में ढोल ताशों के साथ पहुंचेगी और श्मशान में ही चिता जलने वाले स्थान पर पूजा पाठ किया जाएगा। वहीं चिता की राख से मसानिया भैरूनाथ को होली खिलाई जाएगी।
मंदिर समिति के युवा अध्यक्ष रवि कुमार सोलंकी ने बताया कि श्मशान में 1008 कंडों की होली का दहन रात्रि 10.15 बजे होगा। उसके बाद हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मंदिर परिसर में बड़े ही उत्साह के साथ जलती चिताओं के बीच चिता भस्म की होली खेली जाएगी।
मंदिर पुजारी संतोष कुमार खटीक ने बताया कि राजस्थान का यह अकेला मंदिर है, जहां पर चिता की भस्म से आधी रात को होली खेली जाती है। इसमें भीलवाड़ा ही नहीं आसपास के जिलों के भक्त भी भाग लेते हैं। जहां पर भस्म से बाबा भैरवनाथ के साथ होली खेली जाती है। इसके तहत सबसे पहले भैरव नाथ की पूरे श्मशान में शोभायात्रा निकाली जाती है और अंत में बाबा भैरवनाथ के महाआरती कर भस्म के साथ होली खेली जाती है।