आपदा की घड़ी में प्रशासन की त्वरित कार्रवाई और समन्वित प्रयासों से दिखी आपदा प्रबंधन की सुदृढ़ तैयारियां

भीलवाड़ा । आपदा की घड़ी में तत्परता और प्रशासनिक समन्वय का जीवंत उदाहरण देखने को मिला जब बुधवार को चित्तौड़ रोड स्थित बीएसएल फैक्ट्री में एयरस्ट्राइक के परिकल्पित परिदृश्य पर आधारित आपदा प्रबंधन मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य हवाई हमले के कारण लगी आग की स्थिति में त्वरित कार्रवाई, जनसुरक्षा और राहत कार्यों को प्रभावी ढंग से संचालित करने की तैयारियों को परखना था।
घटना के परिदृश्य के अनुसार फैक्ट्री प्रशासन ने एक काल्पनिक हवाई हमले से आग की सूचना तत्काल जिला नियंत्रण कक्ष को उपलब्ध कराई। तत्पश्चात नियंत्रण कक्ष से तत्काल संपर्क कर घटना की पुष्टि की गई और जिला नियंत्रण कक्ष की सूचना पर तत्काल प्रभाव से जिला कलक्टर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी व बचाव दल मौके पर पहुंचे व समस्त बचाव एजेंसियों को अलर्ट किया गया। सुरक्षा हॉर्न बजाकर कर्मचारियों को तत्काल बाहर निकाला गया। सभी को एकत्र कर सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।
जिला कलक्टर जसमीत सिंह संधू के निर्देशानुसार जिला प्रशासन, फायर ब्रिगेड, पुलिस बल, होमगार्ड नागरिक सुरक्षा, एनसीसी , स्काउट्स तथा चिकित्सा टीम मौके पर तुरंत पहुंच गईं। स्वयंसेवकों को दिशा-निर्देश देकर राहत कार्य में सक्रिय किया गया।
बचाव दल ने प्रभावित क्षेत्र में पहुंचकर घायलों को प्राथमिक उपचार दिया, कई को स्ट्रेचर, कंधों पर उठाकर सुरक्षित स्थान और फिर एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुंचाया गया। गंभीर रूप से घायल प्रतीकात्मक व्यक्तियों को सीपीआर दिया गया और चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराई गई। इस दौरान एनाउंसर के माध्यम से घटनास्थल पर उपस्थित लोगों को पैनिक नहीं करने व सामान्य अवस्था में रहने की सूचना दी गई कि बचाव दल पहुंच चुका है तथा बचाव कार्य प्रारंभ किया जा चुका है किसी को घबराने की जरूरत नहीं है।
बचाव दल के सदस्यों ने सम्पूर्ण घटनास्थल का जायजा लेकर जिला प्रशासन को पुष्टि करते हुए बताया कि घटनास्थल पर अन्य कोई घायल या दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति नहीं है, सभी को चिकित्सकीय उपचार के लिए रैफर किया जा चुका है।
इस पूरे अभ्यास में जिला प्रशासन की कुशल रणनीति, फायर ब्रिगेड की तत्परता, स्वयंसेवकों का समर्पण और मेडिकल टीम की मुस्तैदी ने साबित कर दिया कि आपदा की किसी भी घड़ी में भीलवाड़ा पूरी तरह तैयार है।
जिला कलक्टर ने इस अवसर पर कहाः
“आपदा की आशंका को केवल प्रशिक्षण और त्वरित समन्वय से ही नियंत्रित किया जा सकता है। इस मॉकड्रिल ने साबित किया कि भीलवाड़ा प्रशासन हर परिस्थिति से निपटने के लिए सजग और सक्षम है।“ इस मॉक अभ्यास से न केवल विभागों की तैयारियों की समीक्षा की गई, बल्कि जनजागरूकता और प्रशिक्षण के माध्यम से नागरिकों को भी सतर्कता के लिए प्रेरित किया गया।
इस दौरान जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव, अतिरिक्त जिला कलक्टर ओमप्रकाश मेहरा, एडीएम सिटी प्रतिभा देवठिया, सीईओ जिला परिषद चंद्रभान सिंह भाटी, एएसपी पारस जैन , नगर निगम महापौर राकेश पाठक, नगर निगम आयुक्त हेमाराम, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र केके मीणा,सीएमएचओ डॉ सीपी गोस्वामी, उपखंड अधिकारी हमीरगढ़ नेहा छिपा, भीलवाड़ा उपखंड अधिकारी दिव्यराज सिंह, अग्निशमन अधिकारी छोटूराम, बिजली विभाग एसई वीके संचेती, तहसीलदार सहित सिविल डिफेंस, एसडीआरएफ दल, होमगार्ड, मेडिकल टीम, पुलिस दल इत्यादि मौजूद रहें।