बच्चों को हवन प्रक्रिया सिखाने के साथ भाविप के प्रांतीय संस्कार शिविर का शुभारंभ

बच्चों को हवन प्रक्रिया सिखाने के साथ भाविप के प्रांतीय संस्कार शिविर का शुभारंभ
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भीलवाड़ा। नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण दत्त ने कहा कि विद्यार्थियों को संस्कारों को अपने आचरण में लाना होगा। संस्कार कोई बाजार वस्तु नहीं है जो हमें प्राप्त हो जाएगी। पूर्व न्यास अध्यक्ष डाड शनिवार को भारत विकास परिषद राजस्थान मध्य प्रांत की ओर से भीलवाड़ा में स्वामी विवेकानंद शाखा के आतिथ्य में संस्कार प्रकल्प के तहत हरनी महादेव रोड स्थित रामेश्वरम में आयोजित प्रान्तीय युवा संस्कार शिविर की शुरुआत करते हुए विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे।

इस मौके पर भारत विकास परिषद के संस्कार प्रकल्प के क्षेत्रीय सचिव कृष्ण पाठक कोटा ने कहा कि भारत विकास परिषद की अनूठी पहल है कि बच्चों में ज्ञान बढ़ाने का कार्य हो रहा है। परिषद के माध्यम से बच्चे भारत को जानने में जिज्ञासा दिखा रहे हैं। भारत विकास परिषद का यह शिविर सराहनीय है। क्षेत्रीय संरक्षक शांतिलाल पानगड़िया, प्रांतीय अध्यक्ष गोविंद प्रसाद सोडाणी, प्रांतीय महासचिव आनंद सिंह राठौड़, शाखा अध्यक्ष बालमुकुंद डाड, सचिव गिरीश अग्रवाल आदि ने भी विचार रखें।

गायत्री परिवार के बालकिशन पारीक ने बच्चों को हवन प्रक्रिया सीखाने के साथ शिविर की शुरुआत करवाई। मंत्र उच्चारण के साथ हवन में आहुतियां दी गई। हिंदी दिवस होने के चलते हमारी मातृभाषा हिंदी के महत्व पर विशेष प्रकाश डाला गया। कहां गया की अंग्रेजी का विरोध नहीं लेकिन हिंदी के महत्व को हमें समझना होगा। शिविर में आशु भाषण, संतों के प्रवचन, मैनेजमेंट के तरीके बताए गए। गायत्री परिवार की ओर से नशा त्यागने का संकल्प दिलाया गया।

शिविर में चार विद्यार्थियों की टीम भाग ले रही है । कक्षा 9 से 12 एवं कॉलेज के विद्यार्थी इसमें भाग ले रहे है । पहले दिन हवन, ध्वजारोहण, उद्घाटन एवं प्रथम सत्र जिसमें मोटिवेशनल स्पीच आषु भाषण प्रतियोगिता, द्वितीय सत्र में वित्तीय अनुशासन पर स्पीच में विद्यार्थियों के जीवन में वित्तीय प्रबंधन का महत्व बताया गया एवं जीवन में अवचेतन मन का प्रभाव विषय पर उद्बोधन रहा । तृतीय सत्र में एक भारत- श्रेष्ठ भारत प्रश्नोत्तरी हुई एवं अध्यात्म की युवाओं में आवश्यकता पर धर्मगुरू स्वामी चैतन्यानंद गिरी महाराज प्रवचन देंगे।

चतुर्थ सत्र में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया । दूसरे दिन रविवार को परम्परागत शारीरिक खेलकूद से दिन की शुरुआत होगी। पंचम सत्र में नेपथ्य के नायक पर मार्गदर्षन, प्रश्नोत्तरी एवं स्लोगन प्रश्नोत्तरी एवं एजुकेशन केरियर एवं काउंसलिंग सेमिनार होगी। अंतिम सत्र में पुरूस्कार वितरण एवं समापन समारोह होगा। विषेष- प्रत्येक सत्र में प्रश्नोत्तरी व जानेमाने अनुभवी प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं द्वारा शिविर के दौरान प्रकाश डाला जाएगा। पहले दिन भेरूलाल अजमेरा एवं प्रतीक्षा मेलाना का सहयोग रहा

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