जाजू ने राज्यपाल बागड़े को वनों व वन्यजीवों के संरक्षण के दिये सुझाव

जाजू ने राज्यपाल बागड़े को वनों व वन्यजीवों के संरक्षण के दिये सुझाव
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भीलवाड़ा। पीपुल फॉर एनीमल्स के प्रदेश प्रभारी एवं इन्टेक भीलवाड़ा कन्वीनर बाबूलाल जाजू व इन्टेक पदाधिकारी सीए दिलीप गोयल ने राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े से रूबरू मुलाकात करते हुए वन, वन्यजीव एवं झील जलाशयों के संरक्षण के लिए सरकार का ध्यान आकृष्ट करने का आग्रह किया।

जाजू ने राज्यपाल को 11 सूत्रीय सुझाव पत्र सौंपा जिसमें मुख्य रूप से प्रदेश के प्राचीन पुरातत्व महत्व के विरासत स्थलों, कुएं बावड़ियों व नदियों को संरक्षण प्रदान करने, पौधारोपण का लक्ष्य कम करते हुए बजट को वन क्षेत्रों में सुरक्षा वाल बनाकर वनों को सुरक्षित करने और प्राकृतिक जंगल विकसित करने, राजस्थान प्रदेश में वनों का प्रतिशत बढ़ाने हेतु राजस्व रिकॉर्ड में वन विभाग के नाम की 4.46 लाख हेक्टेयर भूमि को अमलदरामद करवाने, वन भूमि से अवैध खनन एवं अवैध कृषि बंद करवा हरियाली बढ़ाने हेतु पौधारोपण करवाने, पौधारोपण के भारी भरकम लक्ष्यों को कम करने एवं रिकॉर्ड बनाने के बजाय निरंतर पौधारोपण करवाने, प्रदेश में पॉलिथिन के क्रय, विक्रय व उपयोग पर रोक की सख्ती से पालना करवाने, चम्बल बनास कोठारी व बाड़ी सहित अनेक नदियांे औद्योगिक व आवासीय गंदा पानी जाने से रोकने एवं अवैध बजरी खनन रोकने हेतु प्रदूषण नियंत्रण मण्डल को निर्देशित करने, परिवहन विभाग द्वारा ग्रीन टेक्स के नाम से वसूल की गई राशि को ग्रीनरी बढ़ाने हेतु खर्च करने, सरिस्का व रणथंभौर राष्ट्रीय पार्कों के आसपास अवैध खनन, जंगलों की कटाई व मानवीय गतिविधियां बंद करने, राज्य पक्षी गोडावण की संख्या बढ़ाने हेतु इनका प्रजनन केन्द्र विकसित करने, राष्ट्रीय पक्षी मोरों के संरक्षण हेतु वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की कड़ाई से पालना करवाने के सुझाव देते हुए इनके संबंध में आवश्यक दस्तावेज सौंपे। राज्यपाल बागड़े ने उक्त समस्याओं के निदान हेतु जाजू को आश्वस्त करते हुए इस संबंध में वन एवं पर्यावरण मंत्री एवं उच्चाधिकारियों को निर्देशित करने का विश्वास दिलाया। जाजू एवं गोयल ने राज्यपाल बागड़े का खादी की माला, शाल, अमृतादेवी विश्नोई की तस्वीर व पौधा लगा गमला भेंट किया।

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