खारी बांध व उम्मेद सागर फुल : अब तक 31 बांध लबालब, मेजा बांध 20 फीट से ऊपर

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भीलवाड़ा। पिछले चौबीस घंटों में जिले पर इंद्र मेहरबान है। कई स्थानों पर बारिश हुई। सर्वाधिक ढाई इंच पानी श€करगढ़ में गिरा। जलाशयों में अच्छी आवक हो रही है। आसींद क्षेत्र की रीढ़ 21 फीट भराव क्षमता का दांतड़ा खारी व 13 फीट क्षमता का उम्मेद सागर बांध ओवरफ्लो हो गया है। देवगढ़ क्षेत्र के सोपुरी बांध में तेज पानी की आवक के साथ ही खारी बांध में भी तेज पानी की आवक बढ़ी। 27 साल बाद खारी बांध ओवरफ्लो हुआ है। नाहर सागर 15.25 फीट का नाहर सागर बांध भी भर गया। बागौर में कोठारी नदी की पुलिया पर पानी चल रहा है। एक दशक पहले तक भीलवाड़ा की प्यास बुझाने वाले मेजा बांध में भी 20.37 फीट पानी आ गया। 22.57 फीट क्षमता के मातृकुंडिया बांध का जल स्तर 20.60 फीट पर पहुंच गया। लड़की बांध पर दो फीट की चादर चल रही है । ये भी कभी भी भर सकता है। बांधों में निरंतर पानी की आवक से किसानों में उत्साह का माहौल है। जल संसाधन विभाग की आज सुबह 8 बजे तक की रिपोर्ट के अनुसार भीलवाड़ा 1, श€करगढ़ 63, जहाजपुर 59, कोटड़ी 53, मांडलगढ़ 41,बिजौलियां 53, आसींद में 2 मिमी, बदनौर 7, बनेड़ा 11, मांडल 5, सहाड़ा 1, शाहपुरा 6, फूलिया कला 4, शंभूगढ़ 4, डाबला 25, पारोली 12, बागौर 4, काछोला 34 व मौखुंदा में 5 मिमी पानी बरसा। जिले की औसत वर्षा 601.79 मिमी है। अब तक 770.76 मिमी यानी 128.08 प्रतिशत बरसात हो चुकी। जल संसाधन विभाग के अधीन 60 बांधों-तालाबों में से 31 लबालब हो चुके हैं। इनकी भराव क्षमता 527.902 मिलियन €यूबिक मीटर की तुलना में 344.4272 मिलियन €यूबिक मीटर पानी आ चुका। ये 65.24 प्रतिशत है।

मातृकुंडिया के कभी भी खुल सकते गेट मातृकुंडिया बांध के जल ग्रहण क्षेत्र में अधिक बरसात होने के कारण पानी की आवक ज्यादा हो रही है। मातृकुंडिया बांध जल्द ही भर सकता है। वर्तमान में बनास नदी के अपस्ट्रीम पर बने नंदसमंद बांध के गेट खुले हुए हैं। इससे भी मातृकुंडिया बांध में निरंतर पानी आ रहा है। कभी भी बांध के गेट खोले जा सकते हैं। जल संसाधन विभाग के मातृकुंडिया उपखंड के एईएन ने अलर्ट जारी किया है। उन्होंने कहा कि मातृकुंडिया बांध के नीचे में बनास नदी के बहाव क्षेत्र में व आसपास कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार की गतिविधि न करें, ताकि किसी प्रकार की जनहानि एवं असुविधा नहीं हो।

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