भीलवाड़ा में लंपी रोग ने फिर पकड़ा जोर, डेढ़ सौ से अधिक पशु प्रभावित
भीलवाड़ा (प्रहलाद तेली)। भीलवाड़ा शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में एक बार फिर लंपी स्किन रोग फैलने लगा है, जो मुख्य रूप से गाय और बैल जैसे मवेशियों को प्रभावित करता है। यह रोग तेजी से फैलता है और पशुओं के लिए गंभीर साबित हो सकता है। हालांकि यह मनुष्यों के लिए खतरनाक नहीं है, लेकिन संक्रमित मवेशियों के संपर्क में सावधानी बरतना जरूरी है।
पशुपालन विभाग ने रोग के बढ़ते खतरे को देखते हुए सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। विभाग की ओर से बचाव के लिए वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया शुरू की गई है और अतिरिक्त वैक्सीन की मांग भी की गई है।
जिले में हरणी, सांगानेर, तेलीखेड़ा सहित भीलवाड़ा के अन्य क्षेत्रों में लंपी वायरस फैल चुका है। अब तक लगभग डेढ़ सौ पशु इसकी चपेट में आ चुके हैं। इसे देखते हुए पशुपालन विभाग ने क्षेत्र में रोग की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
पशुपालन विभाग ने पशुपालकों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और अपने पशुओं की उचित देखभाल करें। किसी भी प्रकार के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत पशु चिकित्सक से संपर्क करें और संक्रमित पशु को अन्य पशुओं से अलग रखते हुए विशेष देखभाल करें।
