बद्रीनाथ के कपाट बंद करके लोटे महामंडलेशवर

भीलवाड़ा |देवभूमि हिमालय उत्तराखंड में स्थित चार धामों में प्रमुख भू- बैकुंठ अधिपति बद्रीनाथ धाम के कपाट 25 नवंबर 2025 को 2:56 पर शीतकालीन मंगल हो गए हैं! 1008 महामंडलेश्वर हिमालय के महायोगी, अंतर्राष्ट्रीय भविष्यवक्ता महर्षि डॉ सीताराम महाराज ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई 45 वर्षों से निरंतर 132वीं बार यात्रा के दौरान जगतगुरु शंकराचार्य अवि मुक्तानंद महाराज भारतीय सेना, बद्रीनाथ के पुजारी राहुल जी बद्रीनाथ धर्माधिकारी, बद्रीनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी, बर्फानी बाबा अमृतानंद हिमालय के महायोगी डॉ त्रिपाठी चमोली जिला कलेक्टर के साथ बद्रीनाथ धाम के कपाट विधि विधान से मंगल कराए ! वेदिक पूजा अर्चना के बाद उद्धव को मंदिर गर्भ गृह से बाहर ले गए फिर लक्ष्मी जी को जो 6 महीने बाहर रहती हैं! गर्भ गृह में बदरीनाथ विष्णु भगवान के साथ विराजित किया गया ! अखंड दीपक जलाकर 6 माह के लिए शीतकालीन कपाट बंद कर दिए गए सुरक्षा का जिम्मा आइटीबीपी को सोपा गया महामंडलेश्वर सीताराम महाराज इस वैदिक शीतकालीन पूजा अर्चना कपाट मंगल करने के साक्षी बने डॉक्टर त्रिपाठी ने बताया जनवरी 2026 में 27 साधु ,संत ,सन्यासी ,योगी बद्रीनाथ धाम में -25 तापमान में बर्फबारी के बीच हिमालय के महायोगी के सानिध्य में तपस्या करेंगे चमोली जिला प्रशासन से अनुमति मांगी है ! पहली बार एक साथ इतने साधु ,संत सन्यासी राष्ट्रहित में राष्ट्र के कल्याण के लिए तप साधना करेंगे महामंडलेश्वर त्रिपाठी हिमालय पर बद्रीकाश्रम ,तपोवन सिद्धाश्रम ,ज्ञानगंज, नंदनवन, स्वर्गारोहिणी में हठयोगी बर्फ पर तप साधना कर चुके हैं ! ध्यान योग, ज्ञान योग ,योग साधना तपस्या से जनहित में भविष्य दर्शन सिद्धि, शंख निधि सिद्धि स्वर्ण सिद्धि ,देवताओं की दुर्लभ विद्या कोड़ी रमल प्रसन्न शास्त्र और आत्मज्ञान प्राप्त किया है! ज्योतिष विज्ञान में कई नए सूत्र और गणना के सिद्धांत पर अनुसंधान किया ज्योतिष में गणित और फलित के साथ-साथ साधना और तपस्या होना अनिवार्य है ! भविष्य ज्ञान के लिए अत्यंत आवश्यक है ! एक अच्छे ज्योतिषी को कलयुग में सिद्धि प्राप्त होना आवश्यक है! अन्यथा भविष्यवाणी गलत होने की संभावना रहती है ! साधना के बल पर आत्मविश्वास आभामंडल तेज होता है !आत्म शक्ति नई ऊर्जा का संचार हो जाता है! जिससे सही मार्गदर्शन करने में सुविधा रहती है ! डॉक्टर त्रिपाठी ने 132 यात्रा हिमालय की करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है!
