महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन पहुंचे हरिद्वार, महंत अमृत मुनि की अस्थियों का किया विसर्जन

भीलवाड़ा हरिशेवा उदासीन आश्रम भीलवाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन इन दिनों हरिद्वार प्रवास पर हैं। रविवार 18 मई 2025 को उन्होंने देवलोकवासी श्री महंत अमृत मुनि (मानसा वाले) जी की अस्थियों का माँ गंगा में विधिवत विसर्जन किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में संतगण और श्रद्धालुजन उपस्थित रहे और पुष्पांजलि अर्पित कर दिवंगत संत के प्रति श्रद्धा-सुमन अर्पित किए।

महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने हरिद्वार स्थित श्री राम शंकर आश्रम में चल रहे 54वें वार्षिकोत्सव के अंतर्गत आयोजित श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह में भाग लिया। इस भक्ति पर्व में उन्होंने श्रद्धा पूर्वक कथा श्रवण किया और संतों के संग सत्संग में भी भाग लिया। कथा व्यास आचार्य डॉ. स्वामी श्रवण मुनि जी महाराज ने श्रीमद्भागवत महापुराण के विविध प्रसंगों की गूढ़ एवं हृदयस्पर्शी व्याख्या करते हुए भक्ति, ज्ञान और वैराग्य के महत्व को विस्तार से समझाया। आयोजन पूज्य महंत प्रकाश मुनि जी एवं कोठारी स्वामी गोपाल मुनि जी के सान्निध्य में संपन्न हो रहा है।

सांयकाल में महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के घाट पर संतों के साथ माँ गंगा की आरती की। दीपों की रौशनी, वेद मंत्रों की गूंज और गंगा मैया के जयकारों से समस्त वातावरण भक्तिरस में सराबोर हो गया। यह आरती एक दिव्य अनुभव का रूप ले चुकी थी, जिसमें संतों और श्रद्धालुओं की सहभागिता अत्यंत भावुक एवं अनुकरणीय रही।

इस मौके पर उपस्थित प्रमुख संतों में महंत राम नवमी दास जी, महामंडलेश्वर कपिल मुनि , महामंडलेश्वर जगदीश दास , महामंडलेश्वर रूपेन्द्र प्रकाश , महंत कमल दास , महंत जमना दास , मुकामी महंत हनुमान दास , मुकामी महंत सूर्यांश मुनि , मुकामी महंत राघवेंद्र दास , मुकामी महंत गोमती दास , मुकामी महंत गोविंद दास , संत गोविंद राम, ब्रह्मचारी इंद्रदेव, सिद्धार्थ एवं कुणाल आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

हरिद्वार में स्वामी हंसराम उदासीन का यह प्रवास आध्यात्मिक चेतना, भक्ति भाव और संत परंपरा के संरक्षण का प्रतीक बन गया है। उनके द्वारा संत समाज के प्रति अपनाए गए श्रद्धा के भाव ने सभी को गहराई से प्रभावित किया।

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