मंदिरों को बनाएं शक्ति केंद्र

आकोला (रमेश चंद्र डाड)श्री जोगणिया माता शक्तिपीठ प्रबंधन विकास संस्थान के अध्यक्ष श्री सत्यनारायण जोशी ने भक्ति शक्ति यात्रा का भव्य स्वागत किया
जोशी जी ने बताया कि मां ज्वाला देवी की ज्योत हिमाचल प्रदेश से शुरू होकर नो राज्यों से होकर आई ।जोगणिया माता मंदिर में ज्योत से ज्योत को मिलाकर विधिवत पूजा अर्चना की गई ।मंदिर हमारी आस्था के केंद्र हैं मंदिर हमारे भक्ति के केंद्र हैं। मंदिर सनातन संस्कृति के संवाहक हैं ।भारत के हर कोने में हर हजार की आबादी के बीच कोई न कोई मंदिर है मुगलों सहित अनेकों सनातन संस्कृति के शत्रुओं ने मंदिरों को विध्वंस करने की कोशिश की है। प्राचीन काल में मंदिर हमारे समाज के न सिर्फ ऊर्जा और अध्यात्म के केंद्र थे बल्कि मंदिरों से अनेकों सामाजिक गतिविधियों को चलाया जाता था। भारत में न्याय के मामले हो या स्वावलंबन के, या शिक्षा के या स्वास्थ के, या आध्यात्मिक सामाजिक आर्थिक जागरण के सभी मामलों को मंदिर के माध्यम से समाधान किया जाता था ये बातें शाश्वत हिंदू प्रतिष्ठान के राष्ट्रीय महामंत्री संजय शर्मा ने आज भक्ति शक्ति यात्रा के दौरान आयोजित सभा में कही। साथ ही चार दोनों से लगातार श्री जोगणियां माता शक्तिपीठ मंदिर पर वैदिक पंडितों द्वारा भारत की जल थल वायु सेना के बल वृद्धि हेतु अनुष्ठान निरंतर जारी है।
इस अवसर पर भक्ति शक्ति यात्रा के संयोजक और शाश्वत हिंदू के संयुक्त महामंत्री योगी अनूप नाथ ने कहा कि ये यात्रा हिमाचल प्रदेश के माता ज्वाला देवी से ज्योत लेकर 9 प्रांतों को होते हुए लगभग 2000 किलो मीटर की यात्रा के बाद मध्यप्रदेश के घुरेल स्थित श्री पशुपति नाथ मंदिर जी में ज्योत प्रज्वलित कर के सम्पन्न होगी। श्री योगी ने बताया कि हर मंदिर को फिर शक्ति केंद्र में बदलने की जरूरत है मंदिरों को सामाजिक गतिविधियों का केंद्र बनाना है। यात्रा के सह समन्यवक डॉ केशव गुप्ता ने कहा कि सनातन संस्कृति की ज्योत समाज के अंतिम छोर तक पहुंचे और सामाजिक समरसता का भाव जन जन मे जागृत हो। इस यात्रा का उद्देश्य "दो घंटे मंदिर के नाम, राष्ट्र निर्माण के काम' अभियान चलाकर इस विचार को समाज के हर छोर तक पहुंचानी है। नाथ पंथ के आदि गुरु गोरखनाथ जी के पुण्य स्मृतियों को जन जन तक पहुंचा कर ये यात्रा समाज में सांस्कृतिक जागृति लाने का कार्य कर रही है।
रास्ते में प्रतिदिन हजारों लोगों के साथ संवाद के साथ ये यात्रा द्वारा जन जन मे एक नई ऊर्जा और अध्यात्म की जागृति हो रही है। इस यात्रा में सामाजिक समरसता मंच, नाथ संप्रदाय सहित अनेकों सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक संगठनों ने हिस्सा लिया।इस भक्ति शक्ति यात्रा मे मार्गदर्शक प्रमोद कुमार ने ज्वाला मंदिर से यात्रा का शुभारम्भ कर शुभकामनायें दी साथ मे इस यात्रा के लिए विशेष आभार वीरेंद्र , सरोज महापात्र , शिवदत , कुलदीप , नीरज औ रइस अवसर पर मेंढ़केश्वर महादेव के महंत नंद किशोर दास जी महाराज ,शाबलेश्वर महादेव के महंत राममुनि जी उदासीन महाराज, संस्थान के पदाधिकारी ,व्यवस्थापक शंकर लाल धाबाई , लेखाकार धनराज छिपा,भगवान सिंह चौहान ,सहायक व्यवस्थापक महेंद्र सोलंकी , प्रेम धाकड़ उमर, कर्मचारीगण व वेद विद्यालय के प्राचार्य पंडित नारायण लाल शर्मा ,पंडित अनिल शर्मा व वेद विद्यालय के बटुक ,भक्तजन उपस्थित थे !