श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ: 121 किलो सिंगाड़ा का हलवा एवं खीर का प्रसाद वितरीत

भगवानपुरा ( कैलाश शर्मा ) बावडी वाले हनुमान मंदिर पर मूर्ति स्थापना को लेकर चल रहे श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के छठे दिन सोमवार को गोवर्धन पूजा ,छप्पन भोग ,भगवान कृष्ण की बाल लीला , कंस वध, भगवान कृष्ण का अध्ययन उज्जैन मैं शान्दिपनि ऋृषि से विधा ग्रहण करने एवं भगवान कृष्ण द्वारा रुकमणि के साथ पहला विवाह की सजीव झांकियो के साथ चित्रण करते हुए दृष्टांत सुनाये । कथा वाचक आचार्य पं सुरेशानंद शास्त्री ने मुकुट सिरमोर का , मेरे चित चोर का,आज मेरे यार की शादी है मेरे भगवान की शादी है ,बनो मारो चारभुजा रो नाथ जैसे भजनों के साथ भगवान का धूमधाम से विवाह का चित्रण कर कन्यादान में भक्तो ने दिल खोलकर हथलेवा सीचने के कार्यक्रम व सजीव झांकियो को प्रस्तुत करके भक्तों को पांडाल में डटे रहने को मजबूर कर दिया । आज श्रीमद्भागवत कथा के बाद भक्तो द्वारा 121 किलो का सिंगाड़ा का हलवा एवं खीर का प्रसाद वितरण किया गया ।