राजकीय प्राथमिक विद्यालय में SMC की बैठक का आयोजन

भगवानपुरा (कैलाश शर्मा ) राजकीय प्राथमिक विद्यालय, बलाई खेड़ा में स्कूल प्रबंधन समिति (SMC) की बैठक का आयोजन किया गया।बैठक के अध्यक्षता सीएलआरए संस्था की जिला कोऑर्डिनेटर पूजा मेघवाल ने की । बैठक में SMC की महिला सदस्यों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। सभी की सहभागिता सराहनीय रही।
बैठक में सर्वप्रथम प्रधानाध्यापक कैलाश चन्द्र शर्मा ने विद्यालय में हुए कार्य और नामांकित बच्चों की स्थिति की जानकारी साझा की व कहा कि किसी भी कार्य को करने के लिए सभी का सहयोग अपेक्षित है जिसमे सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है प्रवासी बालक बालिकाओं को अपने स्थान से विद्यालय भेजने की जो कि वहां कार्यरत महिला बालवाड़ी कार्यकर्ता कृष्णा कुमावत व शान्ता जाट जिम्मेदारी से कर रही है जिससे कि बच्चे विद्यालय पहुंच सके । उन्होंने बताया कि कुछ बच्चे पढ़ाई में होशियार हैं, किंतु नियमित रूप से विद्यालय नहीं आ पाते क्योंकि विद्यालय दूर है और रास्ते में डर लगता है। इसके कारण कई बच्चे अनुपस्थित रहते हैं।
बैठक में विशेष चर्चा केशकली नाम की लड़की पर हुई, जो उत्तर प्रदेश से आई है। अपार आई डी के कारण उसका औपचारिक पंजीयन भले ही नहीं हो पाया था, लेकिन वह 13 अन्य बच्चों को विद्यालय लाने और ले जाने का कार्य करती है। उसकी लगन को देखते हुए, पंजीकरण न होने के बावजूद उसे विद्यालय में अस्थाई अनामांकित प्रवेश दिया गया है।
SMC की संरचना विद्यालय में बनी हुई है, परंतु प्रधानाध्यापक शर्मा ने बताया कि अमावस्या को होने वाली बैठकों में ग्रामवासी कम ही उपस्थित होते हैं। उन्हें बुलाना पड़ता है, फिर भी वे अपने कृषि और पशुपालन कार्यों में व्यस्त रहने के कारण नहीं आ पाते।
आज की बैठक में गणेशपुरा, बलाई खेड़ा और सीडियास की महिलाओं ने भाग लिया, जो SMC की सदस्य हे। उन्हें SMC की जिम्मेदारियों के बारे में बताया गया – जैसे कि विद्यालय का निरीक्षण करना, मध्याह्न भोजन की व्यवस्था देखना और अन्य व्यवस्थाओं में सहयोग देना। साथ ही, SMC व VHSNC की शक्तियों और कार्यों की भी जानकारी दी गई। सभी से आग्रह किया गया कि अगली अमावस्या की बैठक में नियमित रूप से भाग लें। यदि स्कूल की छुट्टी भी हो, तब भी बैठक आयोजित की जाएगी और परिसर उपलब्ध रहेगा।
बैठक में बलाई खेड़ा गांव की महिलाओं ने बताया कि उनके गांव में आंगनबाड़ी केंद्र नहीं है और निकटतम केंद्र बहुत दूर है। छोटे बच्चों की सुविधा के लिए उन्होंने गांव में ही आंगनबाड़ी खोलने की मांग की। प्रधानाध्यापक कैलाश शर्मा ने इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और कहा कि एक आवेदन तैयार कर सरपंच, ICDS और ब्लॉक ऑफिस में सौंपा जाएगा ताकि गांव में आंगनबाड़ी की स्थापना हो सके। CLRA से जिला समन्वयक पूजा मेघवंशी ने भी जिला स्तरीय, विभाग में ओर होने वाली बैठक में इस की मांग करेंगे।
इसके अतिरिक्त, प्रवासी बच्चों (बिहार और यूपी से आए) के लिए संवेदनशीलता बरतने पर चर्चा हुई। प्रधानाध्यापक ने बताया कि वे व विद्यालय स्टाफ व MDM प्रभारी , कुक कम हेल्पर समेत सभी बच्चे इन प्रवासी बच्चों के साथ घुल मिल गए हैं और कोई विशेष समस्या नहीं है। ग्रामीणों ने भी कहा कि वे इन बच्चों पर ध्यान देंगे और उन्हें सुरक्षित वातावरण देंगे।
बैठक का समापन सभी की सहमति और सकारात्मक सहभागिता के साथ हुआ। बैठक में SMC के सदस्य एवं कई महिलाएं उपस्थित थी।