धर्म युक्त कर्म ही भारतीय ज्ञान परंपरा का आधार- डाॅ सोनी
मांडलगढ़ (महावीर सेन) । क्षत्रिय स्वर्णकार शिक्षक संघ राजस्थान द्वारा स्वर्णकार शिक्षा सदन जयपुर में 25-26 दिसंबर 2024 को तृतीय भव्य राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मेलन का आयोजन किया गया। प्रदेश महिला उपाध्यक्ष ममता सोनी ने बताया कि इस सम्मेलन में राजस्थान राज्य से विद्यालय एवं महाविद्यालय स्तर के 300 से अधिक स्वर्णकार शिक्षक एवं शिक्षिकाएं एवं प्रदेश कार्यकारिणी के अधिकारी द्वारा अपनी सहभागिता का निर्वहन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मनीष सोनी (लांबा) अध्यक्ष मैंढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज बीकानेर थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता हंसराज सोनी प्रदेश अध्यक्ष, मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार शिक्षक संघ द्वारा की गई। विशिष्ट अतिथि गौरव सोनी, आयुक्त देवस्थान विभाग, बीकानेर, रमाकांत जोहरी अध्यक्ष स्वर्णकार शिक्षा सदन, जयपुर, तुलसीराम सोनी प्रदेश संरक्षक मैंढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार शिक्षक संघ राजस्थान, भेरूलाल सोनी पूर्व जीएसटी कस्टम ऑफिसर उदयपुर, उमेश सोनी, स्वर्णकार शिक्षा सदन जयपुर, हरि किशोर सोनी प्रदेश उपाध्यक्ष, शकुंतला सोनी महिला मंत्री,पुष्करराज सोनी, गुणवत्ता नियंत्रण ऑफिसर,ब्यावर ,अनिल कुमार सोनी, कार्यक्रम संयोजक,ममता सोनी मांडलगढ़ महिला उपाध्यक्ष, जयपुर जिला अध्यक्ष केकड़ी जिला अध्यक्ष धन प्रकाश सोनी, ओमप्रकाश सोनी जिला अध्यक्ष डिडवाना कुचामन, अशोक सोनी दौसा जिला अध्यक्ष सहित बड़ी संख्या में मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार शिक्षक उपस्थित थे।
शिक्षक सम्मेलन की शुरुआत श्री गोविंद देव जी के मंगलाचरण एवं महाराजा अजमीढ़ जी के 301 दीप प्रज्वलित कर हाथों के मध्य रखकर महाआरती से किया गया। अतिथियों, वार्ताकारों एवं भामाशाह का स्वागत तिलक, ऊपरणा और साफा से किया गया। सभी शिक्षकों का स्वागत मंच पर बुलाकर ऊपरणा, तिलक, उपलब्धि प्रमाण पत्र, डॉक्यूमेंट फाइल, डायरी, एवं पेन देकर किया गया।
मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष हंसराज सोनी द्वारा वर्ष भर की गतिविधियों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। तुलसीराम सोनी द्वारा संगठनात्मक चर्चा की गई।
मुख्य अतिथि बीकानेर क्रियेशन प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर मनीष लांबा ने बताया कि समाज का पिछड़ापन ऊर्जावान शिक्षक ही दूर कर सकते हैं। मुख्य अतिथि द्वारा स्वर्णकार शिक्षा सदन के लिए दो कक्ष बनाने की घोषणा की गई एवं शिक्षक संगठन के लिए आर्थिक सामाजिक एवं शैक्षिक उन्नति हेतु सदैव सहायता करने की घोषणा की गई।
गौरव सोनी आयुक्त देवस्थान विभाग बीकानेर ने बताया कि शिक्षा रोजगार के लिए मार्गदर्शन कि जहां पर भी आवश्यकता है मैं सदैव समाज उत्थान के लिए तैयार हूं। समाज के उत्थान में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है यह सम्मेलन इस उद्देश्य को प्राप्त करने का एक माध्यम है। भेरूलाल सोनी पूर्व सुपरिंटेंडेंट, जीएसटी कस्टम विभाग उदयपुर ने बताया कि समाज की उन्नति केवल शिक्षक द्वारा ही संभव है।
वार्ताकार एवं प्रदेश महामंत्री डॉ. प्रहलाद सोनी ने कहां की धर्म युक्त कर्म ही भारतीय ज्ञान परंपरा का आधार है। भारतीय ज्ञान परंपरा अद्वितीय ज्ञान और प्रज्ञा का प्रतीक है। जिसमें ज्ञान और विज्ञान लौकिक और पारलौकिक, कर्म, धर्म और त्याग का अद्भुत समन्वय है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में मन बुद्धि विचार एवं व्यवहार से भारतीय होने की बात कही गई। अतः विद्यालय एवं महाविद्यालय स्तर पर भारतीय ज्ञान परंपरा का समावेश करना आवश्यक होगा। वार्ताकार एवं विशिष्ट अतिथि डॉक्टर लीलाधर सोनी प्रोफेसर सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय अजमेर ने बताया कि समाज को दिशा देने हेतु शिक्षक यदि मार्गदर्शन करें तो सामाजिक कुरीतियों एवं प्रथाओं का समाधान हो सकता है। वार्ताकार एवं विशिष्ट अतिथि डॉक्टर सुरेंद्र कुमार सोनी वरिष्ठ प्रवक्ता राजकीय महिला पॉलीटेक्निक महाविद्यालय जयपुर ने बताया कि शिक्षा जगत में रचनात्मक पाठ्यक्रमों की आवश्यकता है। वार्ताकार एवं महिला प्रदेश उपाध्यक्ष ममता सोनी मांडलगढ़ ने बताया कि समाज एवं शिक्षकों की समस्याओं का समाधान हेतु शिक्षक सम्मेलन की आवश्यकता हैं। वार्ताकार मंजू सोनी जयपुर ने बताया कि शिक्षकों की सामाजिक समस्याओं और उनका समाधान करना शिक्षक संघ का दायित्व है। वार्ताकार अनिल कुमार सोनी जयपुर ने बताया कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता का प्रयोग शिक्षा क्षेत्र हेतु आवश्यक है। पुखराज सोनी सहमीडिया प्रभारी भीलवाड़ा द्वारा स्वर्णकार समाज के इतिहास का ऑडियो प्रस्तुत किया गया। जिसमें संपूर्ण स्वर्णकार समाज के इतिहास की जानकारी दी गई।
मनमोहन सोनी, प्रधानाचार्य बाड़ी, रायपुर एवं पुखराज सोनी भीलवाड़ा द्वारा संगीतमय संध्या पर विविध गीतों का प्रस्तुतीकरण किया गया। सरस्वती वंदना गोविंद देव जी की वंदना की प्रस्तुति पायल सोनी बांसवाड़ा द्वारा दी गयी।