आलमास विद्यालय में सिखवाल के सेवानिवृत्ति कार्यक्रम का आयोजन

आलमास विद्यालय में सिखवाल के सेवानिवृत्ति कार्यक्रम का आयोजन
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भगवानपुरा ( कैलाश शर्मा ) सेवानिवृती व्यक्ति के राजकीय जीवन के समापन एवं पारिवारिक एवं सामाजिक जीवन के शुरुवात का समय होता है जो भाग्यशाली व्यक्ति होते है वे अपनी सेवानिवृत्ति कार्यक्रम के पश्चात शेष जीवन पारिवारिक एवं सामाजिक जीवन का आनंद लेते है उक्त विचार प्रधानाचार्य व पीईईओ भीमसिह राठोड़ ने आलमास पंचायत के रा.उ.मा.विद्यालय में बुधवार को वरिष्ठ अध्यापक संस्कृत सत्यनारायण सिखवाल (हिसनिया) की 36 वर्षीय राजकीय गरिमामय सेवा के सेवानिवृत्ति के उपलक्ष्य में अभिनंदन समारोह कार्यक्रम में व्यक्त किये उन्होंने बताया कि यह संयोग है कि सुखवाल अपनी राजकीय सेवा में 04 बार आलमास विद्यालय में पदस्थापित हुए हैं। विद्यालय स्टॉफ साथी जगदीश चन्द्र जोशी ने कहा है कि हम सभी ईश्वर से कामना करते हैं कि सेवानिवृत्ति के बाद भी आपका शेष जीवन परिवार व समाज एवं राष्ट्र के लिए उपयोगी रहें। कार्यक्रम मे सेवनिवृत्त होने वाले सत्यनारायण सुखवाल ने सभी से कहा कि मेरे यहां कार्यकाल के दौरान किसी भी स्टाफ साथी से या अभिभावक से जाने अनजाने में किसी प्रकार कुछ कटु वचन कह दिया हो या कोई ठेस पहुंची हो तो उसे नजर अन्दाज कर मुझे छोटा समझकर क्षमा कर दे । उन्होने कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियो का आभार प्रकट किया । इस अवसर पर रमेशचन्द्र बलाई ने कहा कि सेवानिवृती के पश्चात सुखवाल का शेष जीवन पारिवारिक व सामाजिक जीवन के लिए समर्पित रहे ऐसी मेरी शुभकामनाएं है। प्रधानाचार्य डां. बालमुकुन्द सुखवाल ने सेवानिवृत्ती पर बधाई डेते हुए बताया कि सुखवाल अपने राजकीय सेवाकाल मे इस विद्यालय में भामाशाह के रूप में भी उभरे जहां उन्होंने इस विद्यालय में 16000 रु की इलेक्ट्रोनिक घण्टी 21000 रु अक्षय दान पेटी में एवं विद्यालय में माँ सरस्वती का मन्दिर बनवाकर उसमें प्रतिमा की स्थापना एवं भोजन प्रासाद के दौरान लगभग 200000 रुपये खर्च किये जिसकी सभी ने प्रसंशा की इतना ही नही भामाशाहो की इस होड़ में विद्यालय में सेवानिवृत्त होने वाले सुखवाल के परिचित डा. दिनेश शर्मा ने 2100 रु देकर कार्यक्रम को यादगार बना दिया । इस अवसर पर विद्यालय के मो.हुसैन डायर,भैरूलाल कुमावत, कृष्ण कुमार, मो.शमीम अंसारी, भावना जैन,सरोज कच्छावा, सुरेश कुमार, उदय लाल कुमावत, सुमित्रा पुरोहित, घनश्याम कुमावत ,हेमंत कुमार शर्मा,जगदीश लाल भील कृष्ण गोपाल सुखवाल, सत्य प्रकाश राठौड़ और वंदना मेघवंशी उपस्थित थे।अभिभावक, विद्यार्थी को हर्ष के साथ विदा होने की पीड़ा का अहसास रहा। कार्यक्रम के अंत में सभी ने सुखवाल को खुली जीप द्वारा जुलूस के साथ विदा किया। कार्यक्रम का संचालन अध्यापक रमेश चन्द्र बलाई एवं प्रकाश चन्द्र खटीक ने किया ।

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